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गोलीबारी और विस्फोटों से दहला कीव, राजधानी के बड़े हिस्से पर रूस का कब्जा

हमें फॉलो करें गोलीबारी और विस्फोटों से दहला कीव, राजधानी के बड़े हिस्से पर रूस का कब्जा
, शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022 (23:59 IST)
कीव। रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर शुक्रवार को हमला कर दिया। सरकारी इमारतों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थी। रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंकाएं पैदा हो गई है और साथ ही उसे रोकने के लिए दुनियाभर में प्रयास भी शुरू हो गए हैं। इस बीच, रूस ने कीव के बड़े हिस्से पर कब्जा जमा लिया है। 
 
युद्ध से सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचनाओं के बीच कीव में इमारतों, पुलों और स्कूलों के सामने भी गोलीबारी और विस्फोटों की घटनाएं हुई हैं। इस बात के भी संकेत बढ़ रहे थे कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं।
 
यूक्रेन के राष्ट्रपति की गुहार : पश्चिमी देशों के नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है क्योंकि उन्हें आशंका है कि रूस लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को बेदखल कर सकता है। यूक्रेन में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हो सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है। इस बीच, पुतिन ने यूक्रेन की सेना से सत्ता अपने हाथ में लेने की बात भी कही है। 
 
पुतिन की चेतावनी : रूस के आक्रमण का दूसरा दिन यूक्रेन की राजधानी पर केंद्रित था, जहां ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों ने तड़के से पहले विस्फोट की आवाजें सुनीं और कई क्षेत्रों से गोलियां चलने की सूचना भी है। यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज किया है और अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।’
 
रूसी सेना ने कहा कि उसने कीव के बाहर एक रणनीतिक हवाई अड्डे और पश्चिम में एक शहर पर नियंत्रण कर लिया है। कीव के पूर्वी और पश्चिमी किनारों को विभाजित करते हुए नीपर नदी के पार एक पुल पर भीषण आग लग गई, जिसमें लगभग 200 यूक्रेनी सैनिक मौजूद थे और उन्होंने अपने बख्तरबंद वाहनों के पीछे और बाद में पुल के नीचे शरण ली।
 
यूक्रेनी अधिकारियों ने यूक्रेन की ओर कम से कम 137 लोगों की मौत की सूचना दी और सैकड़ों रूसी बलों के मारे जाने का दावा किया। रूसी अधिकारियों ने हताहतों का कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है। फिलहाल मृतक संख्या को सत्यापित करना संभव नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि 25 नागरिकों की मौत हुई है जिनमें से ज्यादातर की मौत गोलाबारी और हवाई हमलों में हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि एक लाख लोगों ने अपने घर छोड़े हैं।
 
यूक्रेन की राजधानी के खतरे में घिरने के संकेतों के बीच सेना ने शुक्रवार को कहा कि रूसी जासूसों और विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त लोगों के एक समूह को शहर के केंद्र से लगभग 5 किलोमीटर उत्तर में कीव के एक जिले में देखा गया। इससे पहले, सेना ने कहा था कि रूसी सुरक्षा बलों ने दो यूक्रेनी सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया है और स्थानीय होने का दिखावा कर घुसपैठ के लिए शहर की ओर बढ़ रहे हैं।
 
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि कीव की ‘संभवत: घेराबंदी कर ली गई है।’ अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर अपनी पसंद की सरकार थोपना चाहते हैं।
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रूस पर कठोर प्रतिबंध का आग्रह : इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने वैश्विक नेताओं से पूर्व में लगाए गए प्रतिबंधों की तुलना में रूस के खिलाफ अधिक कठोर पाबंदी लगाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यदि आप अभी हमारी मदद नहीं करते हैं, यदि आप यूक्रेन को मजबूत सहायता प्रदान करने में नाकाम रहते हैं तो कल युद्ध आपके दरवाजे पर दस्तक देगा।
 
जेलेंस्की ने रूस की सरकार से बातचीत करने का अनुरोध किया है और पश्चिमी शक्तियों से यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए तेजी से काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि जब बम कीव पर गिरते हैं, तो वह यूरोप में गिरता है, न कि केवल यूक्रेन में जब मिसाइलें हमारे लोगों को मारती हैं, तो वे सभी यूरोपीय लोगों को मारती हैं।
 
शुक्रवार तड़के कीव में हवाई हमले के सायरन बजते ही सिटी सेंटर के एक होटल के मेहमानों को एक अस्थायी सुरक्षित तहखाने की ओर जाने के लिए कहा गया, जिसमें गद्दे और पानी की बोतलों के ढेर लगे थे। कार्यकर्ताओं, सभी स्थानीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने मेहमानों को चाय और नमकीन बांटी। कुछ लोग धूम्रपान करने या ताजी हवा लेने के लिए आंगन में चले गए।
 
हम सभी डरे हुए हैं : कार्यकर्ताओं में से एक, लुसी वाशाका (20) ने कहा कि हम सभी डरे हुए और चिंतित हैं। हम नहीं जानते कि क्या करना है, कुछ दिनों में क्या होने वाला है? बृहस्पतिवार को शहरों और सैन्य ठिकानों पर एक के बाद एक किए गए मिसाइल हमलों के साथ आक्रमण शुरू हुआ और फिर पैदल सेना ने यूक्रेन की तरफ कूच किया। पूर्व में कई क्षेत्रों से सैनिक दाखिल होने लगे। क्रीमिया के दक्षिणी क्षेत्र से भी सैनिक आए, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था। पड़ोसी देश बेलारूस से भी रूसी सैनिकों ने धावा बोला।
 
ऊर्जा संयंत्र से संपर्क कटा : यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि बंद पड़े चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र से उनका संपर्क कट गया है। इसी जगह पर दुनिया की सबसे भीषण परमाणु त्रासदी हुई थी। देश के कई हिस्सों में लोग हड़बड़ी में सुरक्षित स्थानों तक जाने के लिए ट्रेनों और कारों में सवार होते देखे गए।
 
जेलेंस्की ने कहा कि देश का भविष्य पूरी तरह से हमारी सेना, सुरक्षा बलों, हमारे सभी रक्षकों पर निर्भर करता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश ने मास्को से सुना है कि वे यूक्रेन की तटस्थ स्थिति के बारे में बात करना चाहते हैं। जेलेंस्की ने रूस की मांग का संदर्भ दिया कि यूक्रेन नाटो गठबंधन में शामिल होने का इरादा त्याग दे।
 
हमले के डर से मेट्रो स्टेशनों के भीतर छिपे लोग : कीव पर रूसी हमले के डर से रात होते ही हजारों लोग भूमिगत बंकरों, मेट्रो स्टेशनों के भीतर चले गए। कुछ परिवारों के लिए यह एकसाथ समय गुजारने का भी मौका था। कुछ लोग रात काटने के लिए क्रॉसवर्ड पजल सुलझा रहे थे। ऐसे भी लोग थे जो अपने कुत्तों के साथ स्लीपिंग बैग लेकर आए।
 
एक मेट्रो स्टेशन के भीतर शरण लिए हुए एंटन मिरोनोव ने कहा कि किसी को विश्वास नहीं था कि यह युद्ध शुरू हो जाएगा और वे कीव को भी निशाना बनाएंगे। कुछ लोग अस्थायी बंकरों में रात बिताकर सुबह बाहर निकले। राजमार्ग पर सैन्य टुकड़ियों के साथ आम लोगों की कारें भी आ जा रही थीं। ईंधन केंद्रों पर बृहस्पतिवार को लंबी-लंबी कतारें नजर आई थीं। 
 
रूस ने कहा है कि वह शहरों को निशाना नहीं बना रहा, लेकिन पत्रकारों ने कई रिहायशी क्षेत्रों में तबाही का मंजर देखा। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि शुक्रवार को शहर में एक बहुमंजिला अपार्टमेंट में एक रॉकेट हमले से आग लगने के बाद कम से कम तीन लोग घायल हो गए। 
 
अब बहुत देर हो चुकी है : रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि बहुत देर हो चुकी है और जेलेंस्की को पहले बातचीत के लिए सहमत होना चाहिए था। लावरोव ने यह भी कहा कि रूस के सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘विसैन्यीकरण और नाजी विचारधारा से’ मुक्त कराना है और कोई भी उस पर कब्जा नहीं करने वाला है।
 
हफ्तों तक इनकार करने के बाद आक्रमण करने की योजना बनाने वाले पुतिन ने तर्क दिया कि रूस की सुरक्षा मांगों पर बातचीत करने से इनकार करके पश्चिम ने उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं छोड़ा था।
 
राष्ट्रपति पुतिन ने बृहस्पतिवार सुबह टेलीविजन पर संबोधन में घोषणा की कि डोनबास रिपब्लिक के प्रमुख के अनुरोध के जवाब में, उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया है जो आठ साल से यूक्रेन के शासन के ‘दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं।’
 
पुतिन ने कहा कि रूसी सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘विसैन्यीकरण’ सुनिश्चित करना है। पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से ‘तुरंत हथियार डालने और घर लौटने’ का भी आग्रह किया।
 
बाइडन ने की प्रतिबंधों की घोषणा : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की है जो रूसी बैंकों, अमीर लोगों, सरकारी नियंत्रण वाली कंपनियों और उच्च-तकनीकी क्षेत्रों को लक्षित करेंगे। उन्होंने कहा, पुतिन ने ‘‘इस युद्ध को चुना’’ है। बाइडन ने यह भी कहा कि ऐसे उपाय किए गए हैं कि वैश्विक ऊर्जा बाजार प्रभावित नहीं हो। रूसी तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात यूरोप के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत हैं।
 
रूसी बैंकों पर प्रतिबंध : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा है कि उन्होंने ब्रिटेन के वित्तीय बाजारों से रूस को दूर करने का लक्ष्य रखा है। सभी बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने और रूसी कंपनियों तथा क्रेमलिन को ब्रिटिश बाजारों से धन जुटाने से रोकने की योजना प्रस्तुत की गई है।
 

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