वॉशिंगटन। कैंसर के उपचार के क्षेत्र में वैज्ञानिकों ने उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। मानव सभ्यता के इतिहास में पहली बार किसी दवा से सेवन से कैंसर के मरीज 6 महीनों के भीतर पूरी तरह स्वस्थ हो गए। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, मलाशय के कैंसर के इलाज के लिए निर्मित दवा के परिक्षण के बाद कैंसर रोगियों ने अपने ट्यूमर को पूर्णतः गायब होते देखा।
ट्रायल में इस्तेमाल हुई दवा का नाम - डोस्टारलिमैब, जिसे दवा निर्माता कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (GSK) द्वारा विकसित किया गया है। इस अध्ययन की रिपोर्ट 6 जून को न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुई है। वैसे तो ये एंडोमेट्रियल कैंसर के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा है, लेकिन इस ट्रायल के माध्यम से यह जांच की गई कि क्या यह रेक्टल कैंसर ट्यूमर के खिलाफ भी प्रभावी है।
18 रोगियों पर करीब 6 महीनों तक चले इस ट्रायल के शुरूआती नतीजे बताते हैं कि यह दवा कैंसर के उपचार के क्षत्र में बड़ी उपलब्धि है। शोध दल का मानना है कि सभी रोगियों पर इसके आश्चर्यचकित कर देने वाले लाभ मिले हैं।
इस ट्रायल को अंजाम देने वाले वैज्ञानिकों में से एक का कहना है कि ऐसा कैंसर के उपचार के क्षेत्र में पहली बार हुआ है। परिक्षण के दौरान रोगियों ने छह महीने तक हर तीन सप्ताह में दवा ली। 6 महीनों तक इस दवा का सेवन करने के बाद 12 कैंसर रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो गए, इनके अलावा 6 मरीजों के ट्यूअर में भी आशार्यजनक सुधार देखने को मिले हैं। ट्रायल पीरियड के दौरान मरीजों को इस दवा से कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं हुआ।