मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ गया है। ईरान और इजरायल दोनों ने एक दूसरे को खत्म करने की कसम खा ली है। ऐसे में पूरी दुनिया में हडकंप मचा हुआ है। इसका असर हवाई यात्राओं पर हो रहा है। मिडिल ईस्ट का हवाई क्षेत्र बंद होने से एयरालाइंस कंपनियों को अपनी उड़ाने रद्द करनी पड़ी हैं। ऐसे में कई फ्लाइट को वापस बुला लिया गया है या उनका रूट डायवर्ट कर दिया गया है।
इजरायल और ईरान के बीच जंग छिड़ गई है। दोनों देशों के बीच हवाई हमले शुरू होने के बाद मिडिल ईस्ट में उड़ान भरने वाली एयरलाइनों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई है। दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग को लेकर मिडिल ईस्ट के कई देशों ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं।
इजरायल ने अगले आदेश तक अपने ऊपर से उड़ानें रोक दी हैं। ईरान ने पहले ही तेहरान में अपने मुख्य हवाई अड्डे पर परिचालन बंद करने का आदेश दे दिया है। इस तरह मिडिल ईस्ट के ऊपर से एयरलाइंस का परिचालन ठप्प हो गया है। दुनियाभर में बढ़ते संघर्ष को लेकर एयरलाइन संचालन पर बोझ बढ़ता जा रहा है। एयरलाइन की सर्विस भी सुरक्षा के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। मेन रूट से दूसरे रूट में जाने से एयरलाइनों की ईंधन लागत बढ़ती है और यात्रा का समय भी बढ़ता है।
मिडिल ईस्ट का हवाई क्षेत्र बंद होने से कई फ्लाइट वापस लौट आई हैं तो कई ने उड़ानों को रद्द कर दिया है। इनमें से कई फ्लाइटें भारत की भी शामिल हैं। इजरायल और ईरान के बीच तनाव को लेकर ऐसे में हवाई यात्रियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।
Edited By: Navin Rangiyal