यंगून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को म्यांमार दौरे के तीसरे दिन यहां स्थित 2,500 वर्ष पुराने श्वेदागोन पगोडा के दर्शन किए। इसे देश की सांस्कृतिक विरासत की धुरी माना जाता है। मोदी के म्यांमार दौरे से जुड़ी हर जानकारी...
* पगोडा में दर्शन के बाद मोदी बहादुर शाह जफर की मजार पर भी गए।
* मोदी ने आंग सान म्यूजियम का भी दौरा किया।
* बौद्ध बहुलता वाले देश की तीन दिवसीय द्विपक्षीय दौरे के अंतिम दिन मोदी ने आज पगोडा के दर्शन किए।
* प्रधानमंत्री ने पगोडा परिसर में एक बोधी वृक्ष का पौधा लगाया जो साझी विरासत के महत्व को दर्शाता है।
* विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने टि्वटर पर लिखा है, 'शश्वतता के साथ एक क्षण। प्रधानमंत्री @नरेन्द्रमोदी 2,500 वर्ष पुराने श्वेदागोन पगोडा दर्शन के लिए गए, जिसे म्यांमा की सांस्कृतिक विरासत की धुरी माना जाता है।'
* पगोडा में भगवान बुद्ध के केश और अन्य पवित्र अवशेष रखे हुए हैं।
* यंगून में रॉयल लेक (शाही झील) के पश्चिम में स्थित पगोडा को म्यांमा के लोग सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल मानते हैं।
* यह पगोडा अब 110 मीटर के परिसर में फैला हुआ है।
* पगोडा सोने की सैकड़ों चादरों से ढका हुआ है, जबकि स्तूप के शीर्ष पर 4,531 हीरे जड़े हुए हैं। सबसे बड़ा हीरा 72 कैरेट का है।