काबुल। अफगानिस्तान में शांति मामलों के मंत्रालय के हिंसा-निगरानी विभाग ने कहा है कि देश में पिछले 4 महीनों में हुए संघर्ष में कम से कम 24 हजार तालिबानी तथा 5 हजार से अधिक नागरिक मारे गए हैं। हिंसा-निगरानी विभाग द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से जुलाई के दौरान तालिबान ने देश के विभिन्न हिस्सों में 22,000 हमले किए और जिसके परिणामस्वरूप 24 हजार तालिबानी लड़ाके मारे गए और घायल हुए।
मंत्रालय के एक अधिकारी सैयद अब्दुल्ला हाशमी ने बताया कि पता चला है कि देश में हिंसा के लिए बाहर से 10 हजार से अधिक लड़ाके बुलाए गए थे। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हो रहे संघर्ष के पीछे विदेशी लोगों भी हाथ हैं। इस बीच उच्च राष्ट्रीय सुलह परिषद (एचसीएनआर) के उप प्रमुख अताउल्लाह सलीम ने कहा कि अफगानिस्तान में मौजूदा संघर्ष की कोई धार्मिक वैधता नहीं है। उन्होंने कहा कि तालिबान को हिंसा समाप्त करनी चाहिए।
तालिबान कैदियों के मुद्दे पर सलीम ने कहा कि हम कैदियों के मुद्दे, संविधान पर चर्चा सहित काली सूची से नामों को हटाने को लेकर सभी मुद्दों पर चर्चा करने का समर्थन करते हैं। तालिबान की ओर से अभी तक हताहतों के आंकड़ों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं आई है।(वार्ता)