Most people died due to suffocation in Kuwait : दक्षिणी कुवैत में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। मरने वालों में अधिकतर भारतीय हैं।
अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण तब हुई जब वे सोए हुए थे। उन्होंने कहा कि कई लोगों को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि आग कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नेट के मंगफ़ क्षेत्र में छह मंजिला इमारत की रसोई में लगी। उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि इमारत में एक ही कंपनी के 195 मजदूर रहते थे।
भवन मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे : कुवैत टाइम्स अखबार की खबर के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आग से मरने वालों की संख्या 49 तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि आपराधिक साक्ष्य विभाग के कर्मी वर्तमान में घटनास्थल पर मृतकों की पहचान करने और आग के कारण जानने पर काम कर रहे हैं। इसने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
गृह मंत्रालय के सामान्य आपराधिक साक्ष्य विभाग के प्रमुख मेजर जनरल ईद अल-ओवैहान ने कहा, दुर्भाग्य से हमें सुबह ठीक 6:00 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे) मंगफ क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिली। अंग्रेजी दैनिक अरब टाइम्स ने उनके हवाले से कहा कि मृतकों में अधिकतर केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारतीय राज्यों के भारतीय नागरिक शामिल हैं जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच थी। संबंधित इमारत को एनबीटीसी समूह ने किराए पर ले रखा था।
सूत्रों ने बताया कि मरने वालों में अन्य देशों के भी कुछ नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान पांच अग्निशमनकर्मी घायल हो गए। कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आज भारतीय कामगारों को चपेट में लेने वाली दुखद अग्नि दुर्घटना के संबंध में दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है : +965-65505246। सभी संबंधित लोगों से अद्यतन जानकारी के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ने का अनुरोध किया जाता है। दूतावास हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कुवैत की कुल आबादी का 21 प्रतिशत (10 लाख) और इसकी श्रमशक्ति का 30 प्रतिशत (लगभग नौ लाख) भारतीय हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आग की घटना को दुखद बताया : नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आग की घटना को दुखद बताया और कहा कि कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कुवैत सिटी में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और वहां प्रभावितों की सहायता के लिए अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग में घायल हुए भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश पहुंचाने के कार्य में सहयोग के लिए कुवैत रवाना हो रहे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बयान में कहा, कुवैत सिटी में आग की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। 40 से अधिक लोगों की मौत की खबर है और 50 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।
जयशंकर ने एक्स पर कहा, मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायल हुए लोगों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित पक्षों को पूरी सहायता प्रदान करेगा। कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका ने घटनास्थल और बाद में विभिन्न अस्पतालों (अल-अदान अस्पताल, फरवानिया अस्पताल, मुबारक अल-कबीर अस्पताल और जहरा अस्पताल) का दौरा किया जहां 50 से अधिक घायल भारतीय श्रमिकों को भर्ती कराया गया है।
नई दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि भारतीय दूतावास के अधिकारी उन अस्पतालों में जा रहे हैं जहां आग की चपेट में आए लोग भर्ती हैं। भारतीय दूतावास ने कहा कि वह आवश्यक कार्रवाई के लिए कुवैती कानून प्रवर्तन अधिकारियों, अग्निशमन सेवा और स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में है।
इमारत के मालिक तथा चौकीदार को पकड़ने के निर्देश : कुवैत के गृहमंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए और अल-मंगफ इमारत के मालिक तथा चौकीदार को पकड़ने के निर्देश जारी किए। कुवैत टाइम्स ने अल सबाह के हवाले से कहा, आज जो हुआ वह कंपनी और भवन मालिकों के लालच का नतीजा है।
कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने भी अधिकारियों को भीषण आग की जांच करने का आदेश दिया और त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने का संकल्प लिया। देश के युवराज शेख सबाह खालिद अल-हमद अल-सबाह और प्रधानमंत्री शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबाह ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इमारत में आग की लपटें देखकर वे डर गए थे। इनमें से एक प्रत्यक्षदर्शी ने घटना को याद करते हुए कहा कि एक व्यक्ति ने इमारत की पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी और बालकनी के किनारे से टकराकर उसकी दुखद मौत हो गई। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour