वॉशिंगटन। अमेरिका ने आज प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान( टीटीपी) के प्रमुख मौलाना फजलुल्लाह की सूचना देने पर 50 लाख डॉलर इनाम देने की घोषणा की। सूचना के आधार पर फजलुल्लाह की गिरफ्तारी होने पर यह इनामी राशि दी जाएगी।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कल एक बयान जारी कर कहा कि मुल्ला फजलुल्ला के अलावा अब्दुल वली और मंगल बाघ के बारे में जानकारी देने वाले को तीस-तीस लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाएगा।
अमेरिका की तरफ से यह घोषणा उस वक्त हुई हैँ, जब पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ दो दिन की यात्रा पर वॉशिंगटन में हैं। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी विदेश विभाग ने तीनों आतंकवादियों की जानकारी देने के लिए इनाम की घोषणा इसलिए की है क्योंकि ये पाकिस्तान के साथ-साथ अफगानिस्तान में अमेरिकी गठबंधन सेना के लिए खतरा है।
इस संगठन ने2014 के पेशावर स्कूल नरसंहार सहित कई घातक हमले किए हैं। पेशावर नरसंहार में ज्यादातर छात्रों सहित 150 से अधिक लोग मारे गए थे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब एक दिन पहले अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में फजलुल्ला के बेटे के मारे जाने की खबर है।
वर्ष 2012 में फजलुल्लाह ने लड़कियों के शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा सार्वजनिक रूप से फजलुल्लाह एवं टीटीपी की आलोचना करने पर पाकिस्तानी छात्रा मलाला युसूफजई की हत्या का आदेश दिया था। हमले में मलाला गंभीर रूप से घायल हुई थी और उन्हें विशेषज्ञ इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया था। उन्होंने 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार जीता था।
गौरतलब है कि अमेरिका ने जनवरी में पाकिस्तान के अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने और अपनी सरजमीं पर उसके पनाहगाह को नेस्तनाबूद करने में नाकाम रहने पर उसे दो अरब डॉलर की सुरक्षा मदद रोक दी थी।