यंगून। म्यांमार की सेना का जो विमान आज दक्षिणी तटीय शहर मेइक से यंगून की उड़ान के दौरान लापता हो गया था, वह समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस विमान में सैनिकों और उनके पारिवारिक सदस्यों तथा विमानकर्मियों सहित 120 लोग सवार थे, जिसमें से 15 लोग जीवित बचे हैं। जीवित बचे लोगों का कहना है कि शेष यात्रियों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
सेना और नागरिक विमानन अधिकारियों के मुताबिक चीन निर्मित मालवाहक विमान वाई-8-200एफ ने स्थानीय समयानुसार दोपहर 1 बजकर 6 मिनट (भारतीय समयानुसार 12 बजकर 6 मिनट) पर मेइक से यंगून के लिए उड़ान भरी थी। विमान अपने उड़ान के 29 मिनट बाद दावेई शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर अंडमान सागर के ऊपर 18 हजार फुट की ऊंचाई पर था, तभी इसका नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया। बाद में पता चला कि यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
मेइक हवाई अड्डे पर एक नागरिक विमानन अधिकारी ने कहा, हम नहीं जानते कि नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूटने के बाद विमान का क्या हुआ और यह कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उन्होंने बताया कि मौसम सामान्य था और विमान ने तब उड़ान भरी थी, तब दृश्यता का स्तर अच्छा था।
नागरिक विमानन अधिकारियों ने पहले विमान में 105 लोगों के सवार होने की जानकारी थी, लेकिन बाद में सेना ने बताया कि इसमें 106 सैनिक और उनके परिवार के सदस्य तथा 14 विमानकर्मी सवार थे। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक विमान की अधिकतम क्षमता 200 यात्रियों की थी। लापता विमान को खोजने के लिए तलाशी अभियान भी शुरु किया था और इस अभियान में नौसेना के छह जहाज और तीन विमान शामिल थे।