इस्लामाबाद। पाकिस्तान के संकट में चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को कहा कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के 3 मामले इस लिए दायर किए गए हैं, क्योंकि उन्होंने पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के 3 मामले चलाए थे। शरीफ (68) ने कहा है कि उन्होंने देश में आपातकाल लगाने के लिए मुशर्रफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की। इसका बदला लेने के लिए न केवल उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले बनाए गए बल्कि 2014 में धरने प्रदर्शन भी किए गए।
शरीफ यहां जवाबदेही अदालत के समक्ष हाजिर हुए और उन 128 सवालों पर अपने जवाब दिए, जो अदालत ने उनसे पूछे थे। शरीफ ने कहा कि चुनावों के बाद मेरी सरकार ने मुशर्रफ के खिलाफ कानूनन देशद्रोह का मामला शुरू करने के लिए वकीलों से संपर्क किया। मुझे पहले ही चेता दिया गया था कि अगर मैंने ऐसा किया तो पूर्व राष्ट्रपति को तो खरोंच भी नहीं आएगी लेकिन आपको जरूरत दिक्कत होगी।
शरीफ ने कहा कि इस धमकी के बावजूद वे मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाने के अपने फैसले से पीछे नहीं हटे। शरीफ के अनुसार उन्हें इसी की कीमत चुकानी पड़ रही है। शरीफ ने अपना बयान 3 दिन में दर्ज कराया।
उल्लेखनीय है कि जवाबदेही अदालत में शरीफ व उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के 3 मामले चल रहे हैं। पनामा पेपर्स मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने ये मामले दर्ज करवाए हैं। शरीफ के साथ उनकी बेटी मरियम नवाज व दामाद मोहम्मद सफदर पर भी भ्रष्ट तरीकों से लंदन में संपत्ति खरीदने का आरोप हैं। (भाषा)