इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सबसे पुराने अखबार डॉन ने पिछले दिनों पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का इंटरव्यू क्या छाप दिया, वहां की सेना नाराज हो गई। इसका असर यह हुआ कि सरकार ने कई इलाकों में अखबार की पहुंच ही रोक दी।
द डॉन ने 12 मई को शरीफ का इंटरव्यू प्रकाशित किया था और 15 मई से इसे कई इलाकों में बंटने नहीं दिया जा रहा है। मीडिया वॉचडॉग के मुताबिक, यह कदम पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के 2008 में हुए मुंबई हमलों पर दिए बयान को प्रकाशित करने के बाद उठाया गया है। खासकर बलूचिस्तान प्रांत, सिंध के कई शहरों और आर्मी छावनियों में अखबार का वितरण सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।
क्या कहा था शरीफ ने : द डॉन को दिए इंटरव्यू में शरीफ ने कहा था कि मुंबई हमले के पीछे पाकिस्तान के आतंकियों का हाथ था। क्या हम उन्हें सीमा पार कर मुंबई में घुसकर 150 लोगों को मारने का आदेश दे सकते हैं? हम तो केस भी पूरा नहीं चलने देते। इसके बाद पाक नेशनल सिक्युरिटी कमेटी ने शरीफ के बयान के बाद एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में इस बयान की निंदा की गई। मुबंई हमलों में करीब 166 लोगों मारे गए थे, जबकि 300 लोग घायल हो गए थे।
पाक की प्रेस काउंसिल ने भी डॉन के संपादक को अधिसूचना जारी कर लिखा था कि समाचार-पत्र ने इस तरह की सामग्री प्रकाशित कर नैतिक संहिता का उल्लंघन किया।