फ्रेंड्स ऑफ एमपी (न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी) की चौथी वार्षिक पिकनिक का आयोजन 29 सितंबर को न्यूजर्सी के प्रिंस्टन काउंटी क्लब पिकनिक एरिया में किया गया। इस अहम आयोजन में मध्यप्रदेश के छोटे-बड़े शहरों के रहने वाले 300 के लगभग एनआरआइयों ने सपरिवार हिस्सा लिया। इसमें सभी आयु वर्ग के लोग शामिल थे। एमपी फ्रेंड्स क्लब का यह आयोजन मध्यप्रदेश के लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने और मिलने-जुलने का मंच प्रदान करता है।
खुशनुमा मौसम में शुरू हुए इस आयोजन की शुरुआत इंदौरी सराफे के व्यंजनों से हुई। इनमें पोहे, सेंव, खस्ता जलेबी, गराडू, भुट्टे का किस, ठंडा जलजीरा आदि शामिल थे। दोपहर के खाने में दाल, बाटी और चूरमा परोसा गया। बर्फ का गोला और चना जोर गरम आदि व्यंजन भी आकर्षण का केंद्र रहे।
पिकनिक एरिया में मध्यप्रदेश से जुड़े पोस्टर लगाए गए थे। इनमें इंदौर का राजवाड़ा भी शामिल था। अपनी पिकनिक को यादगार बनाने के लिए कई लोगों ने राजवाड़ा की तस्वीर के साथ फोटो भी खिंचवाए। आयोजन में मालवा की संस्कृति की भरपूर झलक मिली। इंदौरी स्टाइल में खाने के बाद पान न हो, तो मजा ही नहीं आता। ऐसे अच्छेलाल पान भंडार के पान का लुत्फ भी लोगों ने उठाया।
इस अवसर पर प्रतिभागियों ने परंपरागत और रोचक खेलों का भरपूर मजा लिया। इनमें चौपड़, लूडो, सांप-सीढ़ी, कैरम के अलावा क्रिकेट और वॉलीबॉल के खेल का लोगों ने जमकर आनंद उठाया। मध्यप्रदेश के शहर, इतिहास से जुड़ी एक्टिविटी मध्यप्रदेश ट्रेसर हंट में बच्चों और युवाओं ने खुलकर भागीदारी की। इनके अलावा मेहंदी, टैटू, फेस पेंटिंग जैसे रोचक खेलों का आयोजन भी हुआ। आयोजन में पहली बार कलाई बैंड प्रदान किए गए।
दोपहर के समय न्यूयॉर्क में भारत के काउंसलर जनरल शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी पत्नी श्रीमती एस. सिन्हा ने पिकनिक में शिरकत की। सिन्हा ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर कारोबारी सुनील नायक भी मौजूद थे। प्रसिद्ध गायक पलक मुछाल ने भी आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
इस पिकनिक की सबसे खास बात यह रही है कि लोगों को अपने साथियों से फिर से मिलने का मौका मिला। इनमें कुछ तो ऐसे थे, जो 10-15 साल बाद मिले। खास बात यह रही कि पिकनिक के सीमित एरिया के चलते कई लोग इस आयोजन में हिस्सेदारी से वंचित रह गए।
इस आयोजन को अंजाम तक पहुंचाने में जितेन्द्र-विजयलक्ष्मी मुछाल, राकेश-माधुरी मित्तल, राज-धीरज बंसल, संदीप-रिचा जैन, पंकज-रक्षा गुप्ता, राजीव गोयल, अनुपम सर्वाइकर, राकेश भार्गव, डॉ. राजेश काकानी, अविनाश झंवर, अंजनि मित्तल एवं अन्य कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही।