लंदन। ब्रिटिश एकेडमी फिल्म अवार्ड्स (बाफ्टा) नामित स्टूडियो इलेक्ट्रिक नोइर के भारतीय मूल के ब्रिटिश सीईओ द्वारा लाया गया एक नया मोबाइल गेम इन दिनों खूब चर्चा में है जिसमें खिलाड़़ी गेम खेलते हुए अपराध सुलझाने वाले पुलिसिया जासूस बन रहे हैं। निहाल थरूर और सह संस्थापक बेनेडिक्ट टेथम ने मर्डर मिस्ट्री गेम 'डेड मैन्स फोन' को इस हफ्ते पूरी दुनिया के लिए जारी किया। पिछले साल इसके लॉन्च से पहले के बीटा वर्जन में भी 2,00,000 से ज्यादा डाउनलोड किए गए थे।
संवादात्मक अपराध नाटक के तौर पर डिजाइन किए गए इस गेम में खिलाड़ी कहानी का मुख्य पात्र बनता है और लंदन के एक किशोर जेरोम जेकब्स की काल्पनिक हत्या को सुलझाने के लिए सबूतों को साथ रखता है जिसे बालकनी से धक्का दे दिया गया है और वह फोन हाथ में लिए मृत पाया जाता है। यह फोन ही इस अपराध सुलझाने वाले किस्सा की मुख्य विशेषता है।
थरूर ने इसके बारे में कहा कि यह अवधारणा स्मार्टफोन का फायदा उठाती है जिसके जरिए खिलाड़ी नए अंदाज में कहानी से गुजरता है। हमारे फोन हमारी जिंदगियों का छोटा रूप हैं और हम सब इनके इस्तेमाल को बहुत करीब से जानते हैं। रहस्यमई संवादमूलक कहानियों को बताने के लिए ये सबसे सटीक चीज हैं। खिलाड़ियों के फोन पर एक समाचार ऐप होगा, जो उनके द्वारा की गई गिरफ्तारियों की खबर देगा। मैप से जुड़ा ऐप होगा, जहां वे संदिग्धों की लाइव लोकेशन का पता लगा सकते हैं। एक सोशल मीडिया ऐप होगा, जहां वे वायरल अभियान चला सकते हैं और यहां तक कि घर बैठ-बैठे पुलिस साक्षात्कार के लिए जूम ऐप भी होगा।
थरूर को उम्मीद है कि इस विचार के जरिए वह एक नया चलन शुरू कर देंगे और गेम नहीं खेलने वाले भी इसकी तरफ आकर्षित होंगे। (भाषा)