सियोल। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को समुद्र में छोटी दूरी की दो मिसाइलें दागी। उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच अगले महीने होने वाले सैन्य अभ्यासों को लेकर चेतावनियां दिए जाने के बाद यह कदम उठाया है। दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने यह जानकारी दी।
उत्तर कोरिया ने आगाह किया था कि इन युद्ध अभ्यासों से वाशिंगटन और प्योंगयांग के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण की वार्ता बहाल होने की योजना प्रभावित हो सकती है।
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरिया ने पौ फटने के तुरंत बाद दो मिसाइलें दागीं और उन्होंने पूर्वी सागर में गिरने से पहले करीब 430 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भरी। पूर्वी सागर को जापान सागर के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या किम जोंग उन प्रक्षेपण स्थल पर मौजूद थे।
जापान ने कहा कि मिसाइलें जापान के सागर तक नहीं पहुंची। जापान के रक्षा मंत्री ने प्योंगयांग के इस कदम को अत्यधिक खेदजनक बताया।
उत्तर कोरिया ने आखिरी बार नौ मई को छोटी दूरी की मिसाइलें दागी थीं जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काफी साधारण-सी मिसाइलें बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ उनके रिश्ते प्रभावित नहीं होंगे।
किम और ट्रंप असैन्यीकृत क्षेत्र में 30 जून को हुई बैठक में वार्ता फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए थे। इस बैठक के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा था कि कार्यकारी स्तर की वार्ता संभवत: जुलाई मध्य में शुरू होगी।
हालांकि, पिछले सप्ताह उत्तर कोरिया ने सैन्य अभ्यासों को लेकर चेतावनी दी थी। ये सैन्य अभ्यास कुछ वर्षों से बंद थे और परमाणु संपन्न देश के साथ तनाव कम करने के लिए इन अभ्यासों को रोक दिया गया था। (भाषा)