सोल। उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन ने कहा है कि जापान के ऊपर से अभी और मिसाइलें दागी जाएंगी तथा प्योंगयांग द्वारा दागी गई ताजा मिसाइल महज एक बानगी है। दूसरी तरफ, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के इस कदम की भर्त्सना की है।
प्योंगयांग ने कल हवासों-12 मिसाइल दागी थी जिसके बाद उसके शस्त्र कार्यक्रम को लेकर तनाव काफी बढ़ गया। यह पहली बार है, जब उत्तर कोरिया ने अपने ऐसे किसी कदम को स्वीकार किया है।
उत्तर कोरिया के हथियारों के कार्यक्रमों को लेकर उपजे तनाव के बीच उसका हालिया प्रक्षेपण प्योंगयांग द्वारा उकसावे की एक बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। प्योंगयांग के हथियार कार्यक्रम के विरोध से जुड़े घटनाक्रम में वह अमेरिकी क्षेत्र गुआम को निशाना बनाकर मिसाइलें दागने की धमकी दे चुका है। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।
उत्तर कोरिया की ओर से बयान आने के कुछ ही समय पहले ट्रंप ने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं। कुछ ही दिन पहले ट्रंप ने खुद को मुबारकबाद देते हुए कहा था कि उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन मिसाइलें दागना बंद करके शायद उनका सम्मान करने लगे हैं।
उत्तर कोरिया की ओर से किए गए ताजा प्रक्षेपण के बाद ट्रंप ने कहा कि ‘सभी विकल्प’ खुले हुए हैं। उनके बयान को एक बार फिर से सैन्य कार्रवाई की धमकी दिए जाने के तौर पर देखा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से जारी बयान में कहा है कि उत्तर कोरिया का ‘उकसाने वाला’ कदम न सिर्फ क्षेत्र, बल्कि सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के लिए खतरा है।
उत्तर कोरिया के प्रमुख साझीदार माने जाने वाले चीन और रूस दोनों ने अमेरिका द्वारा पेश इस बयान का समर्थन किया है, हालांकि प्योंगयांग के खिलाफ फिलहाल नए या कड़े प्रतिबंध नहीं लगने वाले हैं।
उत्तर कोरिया की सत्तारुढ़ पार्टी के मुखपत्र ‘दोदोंग सिनमुन’ प्योंगयांग द्वारा मिसाइल दागे जाने से जुड़ी 20 से अधिक तस्वीरें प्रकाशित की हैं। दक्षिण कोरिया की सेना ने कल कहा था कि इस मिसाइल ने लगभग 2700 किलोमीटर की यात्रा तय की और यह अधिकतम 550 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई।
उत्तर कोरिया वर्ष 1998 और 2009 में दो बार जापान के मुख्य भूभाग के ऊपर से रॉकेट भेज चुका है। दोनों ही बार उसने दावा किया था कि ये अंतरिक्ष प्रक्षेपण यान थे।
समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा, इस अभ्यास का पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं हुआ। एजेंसी ने कहा कि किम ने प्रक्षेपण पर संतुष्टि जाहिर की है। एजेंसी ने किम के हवाले से कहा, भविष्य में प्रशांत को निशाना बनाकर और अधिक बैलिस्टिक रॉकेट प्रक्षेपण के अभ्यास होंगे। (भाषा)