सोल। कोरियाई उपमहाद्वीप में तनाव के बादल उस समय छंटते दिखाई दिए जब उत्तर कोरिया ने अगले हफ्ते प्रस्तावित उच्च स्तरीय बातचीत का दक्षिण कोरिया का निमंत्रण स्वीकार लिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह बातचीत नौ जनवरी को होगी और इसमें दक्षिण कोरिया में फरवरी में आयोजित किए जाने वाले शीतकालीन पैरालंपिक खेलों में उत्तर कोरिया के खिलाड़ियों के हिस्सा लेने पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन ने इस हफ्ते कहा था कि इन खेलों में उनकी तरफ से अपना दल भेजना लोगों की एकता दिखाने का एक बेहतर मौका होगा।
दोनों देशों के बीच यह बातचीत पानमुनजोम गांव में होगी जो सीमा पर स्थित है और यह अधिक सुरक्षा वाला असैन्यीकृत क्षेत्र है जहां दोनों देशों के बीच कईं बार बातचीत हुई हैं।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जाई इन ने पहले भी कहा था कि वह इन शीतकालीन खेलों में उत्तर कोरिया के खिलाड़ियों के हिस्सा लेने को दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देखते हैं। इसी हफ्ते एक सकारात्मक संकेत यह भी रहा कि उत्तर कोरिया ने सीमा पर एक टेलीफोन हॉटलाइन शुरू की है।
दरअसल दोनों कोरियाई देशों के बीच तनातनी को कम करने के लिए दक्षिण कोरिया अपनी तरफ से हर संभव पहल कर रहा है और उसने रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए अमेरिका के साथ फरवरी में होने वाले अपने सैन्य अभ्यास को टालने संबंधी आग्रह अमेरिका को भेज दिया है। दोनों देशों के बीच पहले हुए इस तरह के सैन्य अभ्यासों को उत्तर कोरिया लड़ाई की तैयारी के तौर पर लेता है।
इस मामले में प्रतिक्रिया करते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री जिम मैटिस ने कहा कि सैन्य अभ्यास को टाला जाना एक व्यावहारिक मामला है और दोनों देशों की आपसी रजामंदी पर हुआ है तथा मार्च में खेलों का समापन होने के बाद इसे फिर किया जाएगा। (वार्ता)