जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद बौखलाया पाकिस्तान कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने के लिए हर नापाक कोशिश कर रहा है। चीन और ईरान को छोड़कर दुनिया का कोई देश उसका साथ नहीं दे रहा है। अब पाकिस्तान ने एक और नापाक चाल चली है। पाकिस्तान एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) को पत्र लिखकर जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (manohar lal khattar) की 'कश्मीरी लड़कियां' वाले बयान का भी जिक्र किया है। राहुल गांधी ने 10 अगस्त को कहा था कि कश्मीर में स्थितियां खराब दिशा की ओर जा रही हैं और कश्मीर में हिंसा की खबरें हैं।
खबरों के मुताबिक पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी ने कश्मीर में भारत पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों को पत्र लिखा। संयुक्त राष्ट्र के 18 संबंधित विशेष अधिकारियों को लिखे पत्र में माजरी ने उनसे कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों के कथित उल्लंघन को बंद करवाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है।
माजरी ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि वह भारत से अनुरोध करे कि वह कश्मीर में संचार पाबंदियां खत्म करे, अपने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्वों को पूरा करे और अपने सुरक्षाबलों का आचरण संयुक्त राष्ट्र नियमों के अनुकूल सुनिश्चित करे।
क्या कहा था सीएम खट्टर ने : मनोहर लाल खट्टर ने 10 अगस्त 2019 को कहा था कि पहले बहू बिहार से लाई जाती थीं, लेकिन अब हम कश्मीर से बहू लाएंगे। हालांकि इस बयान पर मचे विवाद के बाद उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई दी थी और लिंगानुपात का हवाला दिया था। पाकिस्तान ने इसी के साथ ही भाजपा विधायक विक्रम सैनी के 6 अगस्त 2019 को दिए गए बयान को भी शामिल किया। विक्रम सैनी ने कहा था कि पार्टी के मुस्लिम कार्यकर्ता अब कश्मीर की गोरी लड़कियों से शादी कर सकते हैं।