नई दिल्ली। Turkey-Syria earthquake : तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भूकंप आने के बाद से ही कई दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। ऐसे में भारत ने तुरंत अपना फर्ज निभाया और मेडिकल हेल्प समेत एनडीआरएफ और भारतीय सेना की टीम को तुर्की भेजा। भारतीय सेना और एनडीआरएफ के जवान दिन-रात तुर्की में लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं।
इस रेस्क्यू को 'ऑपरेशन दोस्त' नाम दिया गया है। अब तुर्की से भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीमों की कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियोज सामने आए हैं, जिन्हें देखकर हर भारतीय को इन जवानों पर नाज होगा। एनडीआरएफ ने तुर्की में चलाए जा रहे ऑपरेशन दोस्त का एक वीडियो शेयर किया है।
वीडियो में एनडीआरएफ की टीम के जवानों द्वारा एक 6 साल के बच्ची को मलबे से बचाते हुए देखा जा सकता है। इस बच्ची का नाम बेरेन है। इस वीडियो को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, हमें अपने एनडीआरएफ पर गर्व है।
फील्ड अस्पताल हुआ शुरू हुआ : भारतीय सेना ने भूकंप प्रभावित तुर्किये के हेते प्रांत में एक फील्ड अस्पताल स्थापित किया है, जिसने काम करना भी शुरू कर दिया है। इसमें सर्जरी और आपातकालीन वार्ड हैं। भारत ने दोनों देशों की मदद के लिए ऑपेशन दोस्त शुरू किया है।
भारत ने मंगलवार को चार सैन्य विमानों से तुर्किये को राहत सामग्री, एक मोबाइल अस्पताल, खोज एवं बचाव दल भेजे हैं। इसके बाद बुधवार को भी राहत सामग्री भेजी गई।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को ट्विटर पर तुर्किये में भारत की ओर से किए गए राहत कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सेना ने तुर्किए में हेते प्रांत के इस्केनदेरुन में फील्ड अस्पताल स्थापित किया है जिसने काम करना शुरू कर दिया है और इसमें चिकित्सा, सर्जरी, आपातकालीन वार्ड के साथ-साथ एक्स रे लैब और मेडिकल स्टोर हैं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन दोस्त के तहत सेना की टीम 24x7 काम कर प्रभावित लोगों को राहत मुहैया करा रही है।
जयशंकर ने पहले भारत के राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के दलों द्वारा तुर्किये के गंजीयातेप में खोज अभियान शुरू करने की तस्वीरें साझा की थीं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने वायुसेना के पांच सी-17 विमानों से 250 से ज्यादा कर्मियों, विशेष उपकरण और अन्य सामग्री तुर्किए भेजी है जिसका कुल वजन 135 टन से ज्यादा है।