कोरोनावायरस से पाकिस्तन बुरी तरह बेहाल है, हालत यह है कि अब लोगों को लगाने के लिए उसके पास वैक्सीन ही नहीं है। अब तक उसे दान में वैक्सीन मिलती रही, लेकिन अब दान मिलना भी बंद हो गया है, ऐसे में वो एक बार फिर से चीन के दर पर लौट गया है।
अब पाकिस्तान चीन से 70 लाख वैक्सीन के डोज खरीदेगा। देश के एक शीर्ष मंत्री ने इसकी जानकारी दी है। इमरान खान की सरकार दान में मिली वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन अभियान चला रही है। लेकिन अब इसे दान में मिलने वाली वैक्सीन की सप्लाई रुक गई है। इस कारण सरकार ने वैक्सीन खरीदने का फैसला लिया है।
इससे पहले, पाकिस्तान ने कहा था कि इसने कोरोना वैक्सीन खरीदने की कोई योजना नहीं बनाई है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसने कोविड-19 से हर्ड इम्युनिटी और चीन जैसे मुल्कों से मिली दान की वैक्सीन के जरिए निपटने की योजना बनाई है। हर्ड इम्युनिटी तब होती है, जब आमतौर पर 70 से 90 फीसदी लोग किसी संक्रामक बीमारी की चपेट में आने के बाद इम्युन हो जाते हैं।
योजना मंत्री असद उमर ने कहा कि वैक्सीन की पहली खेप इस महीने के आखिर तक पाकिस्तान पहुंच जाएगी। उमर नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (NOC) के मुखिया भी हैं। उन्होंने कहा, हम चीन से सिनोफार्म और कैनसीनो वैक्सीन को खरीदने वाले हैं। 10 लाख सिनोफार्म वैक्सीन डोज समेत वैक्सीन के दो बैच इस महीने के अंत तक देश में आएंगे।
असद उमर ने कहा, सरकार अधिक संख्या में लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल करना चाहती है। इसमें 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को अगले महीने से वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगी। इससे पहले, केवल हेल्थकेयर वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी।