इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित संगठनों- जमात-उद-दावा (JUD), फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) और जैश-ए-मोहम्मद (JEM) के साथ संबंधों को लेकर 11 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। शनिवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार शुक्रवार को प्रधानमंत्री इमरान खान और गृहमंत्री एजाज शाह की बैठक में इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया।
पुलवामा में 14 फरवरी के हमले के बाद खान ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद में शामिल या अन्य देशों में किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल करने वाले किसी भी संगठन को नहीं बख्शेगा। पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद के इस आत्मघाती बम हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले नेशनल काउंटर टेरेरिज्म ऑथरिटी (एनसीटीए) ने अपनी वेबसाइट पर घोषणा की कि जेयूडी के साथ संबंध रखने को लेकर 7 संगठनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। सरकार ने जेयूडी को मार्च में प्रतिबंधित किया था।
बयान के अनुसार जिन संगठनों पर पाबंदी लगाई गई है वे अल-अनफाल ट्रस्ट, इदारा खिदमत-ए-खल्क, अल-दावत उल इरशाद, मोस्क्यू एंड वेलफेयर ट्रस्ट, अल-मदीना फाउंडेशन, माज-बिन-जबील एजुकेशन ट्रस्ट और अल हम्माद ट्रस्ट हैं। ये सभी लाहौर में हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने देश की सरजमीं से आतंकवाद एवं चरमपंथ का सफाया करने की राष्ट्रीय कार्ययोजना के क्रियान्वयन में गति लाने के सरकार के निर्देश के तहत यह कार्रवाई की है।
एनएसीटीसी के अनुसार इन 7 संगठनों के अलावा लाहौर के ही अल-फजल फाउंडेशन/ट्रस्ट और अल-ईसार फाउंडेशन को एफआईएफ के साथ संबंध रखने को लेकर प्रतिबंधित कर दिया गया है। जेयूडी की तरह एफआईएफ पर भी मार्च में पाबंदी लगाई गई थी।
एनएसीटीसी के मुताबिक बहावलपुर के अल-रहमत ट्रस्ट ऑर्गेनाइजेशन और कराची के अल फुरकान ट्रस्ट पर भी जेईएम के साथ संबंध को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जेईएम पर जनवरी 2002 में पाबंदी लगाई गई थी। (भाषा)