इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से हटाए जाने के बाद नेशनल असेंबली की कार्यवाही रविवार तड़के स्थगित कर दी गई। इमरान के जाते ही उनके करीबी नेताओं पर शिकंजा कसना शूरू हो गया है। पीटीआई नेता अरसलान खालिदके घर छापे मारे गए। इस बीच FIA ने सभी एयरपोर्ट्स को नोटिस जारी कर अधिकारियों और नेताओं को बिना अनुमति देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।
मुल्क के नए प्रधानमंत्री को चुनने के लिए सदन की अगली बैठक 11 अप्रैल को दोपहर दो बजे शुरू होगी। नेशनल असेंबली के इस अहम सत्र की अध्यक्षता कर रहे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अयाज सादिक ने कहा कि नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए नामांकन पत्र रविवार दोपहर 2 बजे तक दाखिल किए जा सकते हैं और इनकी जांच दोपहर 3 बजे तक होगी।
सादिक ने सोमवार सुबह 11 बजे एक बार फिर नेशनल असेंबली की बैठक बुलाने की घोषणा की और कहा कि इस दौरान नए प्रधानमंत्री का चयन किया जाएगा। हालांकि, बाद में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर बताया कि सदन की बैठक दोपहर दो बजे होगी। निचले सदन ने ट्वीट किया, नेशनल असेंबली की बैठक सोमवार 11 अप्रैल 2022 को सुबह 11 बजे के बजाय दोपहर दो बजे शुरू होगी।
इससे पहले, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने सत्र की अध्यक्षता करने के लिए सादिक को नामित किया था। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता कैसर ने सदन की कार्यवाही चलाने में असमर्थ होने का हवाला देते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। सादिक ने तत्काल मतदान प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान समाजवादी, उदारवादी और कट्टर धार्मिक दलों के संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था, जो प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था।
पाकिस्तान के इतिहास में इमरान से पहले किसी भी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सत्ता से बेदखल नहीं किया गया है। साथ ही आज तक किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के समय इमरान (69) संसद के निचले सदन में मौजूद नहीं थे। उनकी पार्टी के सांसदों ने भी मतदान के दौरान सदन से बहिर्गमन किया। हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में मौजूद थे और सत्ता पक्ष की सीटों पर बैठे थे।
इमरान को हटाए जाने के साथ ही नए प्रधानमंत्री के चुनाव की कवायद शुरू हो गई। संयुक्त विपक्ष ने पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ को पहले ही अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर दिया है।