अफगानिस्तान पर तालिबान राज आने के बाद पाकिस्तान अब खुलकर के तालिबान और हक्कानी नेटवर्क का समर्थन करने लगा है। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने आतंकी नेटवर्क हक्कानी को लेकर अमेरिका की समझ पर सवाल खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान चाहता है कि तालिबान को समझने के लिए दुनिया थोड़ा वक्त दे।
सीएनएन को दिए साक्षात्कार में इमरान खान ने कहा है कि हक्कानी नेटवर्क को अमेरिका कभी समझ ही नहीं सका। पाक पीएम ने कहा कि हक्कानी पाकिस्तान की पश्तून ट्राइब है। ये लोग मुजाहिदीन थे जिन्होंने सोवियत के खिलाफ जंग लड़ी थी। इस संगठन का जन्म पाकिस्तान के शरणार्थी कैंपों में हुआ।
इस बीच पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने ट्वीट कर कहा कि अभी प्रधानमंत्री इमरान खान को सीएनएन पर कहते सुना कि हक्कानी अफगानिस्तान की ट्राइब है। ये कोई ट्राइब नहीं है। उन्होंने कहा कि दारुल उलूम हक्कानिया अकोरा खट्टक KPK के सभी छात्रों को हक्कानी कहा जाता है। इनमें जलालुद्दीन हक्कानी भी शामिल है जिसने सोवियत यूनियन को हराने में बड़ा रोल अदा किया था।
उल्लेखनीय है कि हक्कानी नेटवर्क से जुड़े कई आतंकियों को अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में मंत्री बनाने में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।