उत्तर कोरिया की जनता भूख से बेहाल है और वहां के तानाशाह किम जोंग चैन की बंसी बजा रहे है। उन्होंने अपने नागरिकों को चेतावनी देते हुए कम खाने की सलाह देते कहा कि जब तक देश 2025 में चीन के साथ अपनी सीमा को फिर से नहीं खोल देता, तब तक लोग कम खाना खाएं।
रेडियो फ्री एशिया के अनुसार भोजन की कमी पहले से ही उत्तर कोरियाई लोगों को प्रभावित कर रही है। लेकिन अधिकारियों द्वारा नागरिकों से कहा गया है कि वे कम से कम 3 साल के लिए अपनी कमर कस लें। हालांकि, लोगों का कहना है कि भोजन की कमी की वजह से आने वाली सर्दियों में हालात और बिगड़ सकते हैं। 3 साल में हालात बद से बदतर हो सकते हैं।
उत्तर कोरिया ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए चीन के साथ अपनी सीमा को बंद कर दिया था और इसके इस कदम ने उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी और रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें आसमान पर पहुंच गईं, क्योंकि सप्लाई कम होने की वजह से मांग तेजी से बढ़ गई।
दूसरी ओर खाद्य संकट के लिए उत्तर कोरिया उन पर लगाए गए प्रतिबंधों, प्राकृतिक आपदाओं और वैश्विक कोरोनावायरस महामारी का हवाला देते हुए देश में भोजन की कमी के लिए बाहरी कारकों को जिम्मेदार ठहराया है।