Ahlan Modi News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यहां भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले प्रत्येक भारतीय पर गर्व है और यह समय दोनों देशों के बीच मित्रता की जयकार का है। अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में मोदी मोदी के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने अहलन मोदी कार्यक्रम में शामिल हुए भारतवंशी लोगों का अभिवादन नमस्कार कहकर किया।
उन्होंने कहा कि वह भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में इस स्नेह से अभिभूत हैं।
मेरी 7वीं यात्रा : पीएम मोदी ने कहा कि बीते 10 वर्षों में यूएई की ये मेरी सातवीं यात्रा है। यूएई के राष्ट्रपति नाहयान आज भी मुझे एयरपोर्ट पर रिसीव करने आए थे. उनकी गर्मजोशी वही थी, उनका अपनापन वही था। यही बात उन्हें खास बना देती है। मुझे खुशी है कि हमें भी चार बार भारत में उनका स्वागत करने का अवसर मिला। कुछ दिन पहले ही वो गुजरात आए थे।
यूएई में यूपीआई : पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया की प्रशंसा दुनियाभर में हो रही है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में जल्द ही यूपीआई शुरू होने जा रहा है। इससे यूएई और भारत अकाउंट्स के बीच सीमलेस मूवमेंट संभव हो पाएगा। आप भारत में अपने परिवार के लोगों को और आसानी से पैसे भेज पाएंगे।
यूएई का सबसे बड़ा व्यापार साथी : पीएम मोदी ने कहा कि भारत और यूएई दोनों देश साथ मिलकर चले हैं, साथ मिलकर आगे बढ़े है। यूएई भारत का तीसरा बड़ा ट्रेड पार्टनर है। आज यूएई सातवां बड़ा निवेशक है। हम दोनों देश 'ईज ऑफ लिविंग' और 'ईज ऑफ बिजनेस डूइंग' बहुत अधिक सहयोग कर रहे हैं। आज भी हमारे बीच जो समझौते हुए हैं। हम अपने वित्तीय सिस्टम को बढ़ा रहे हैं। टेक के क्षेत्र में भी दोनों देश लगातार मजबूत हो रहे हैं।
तुम लकीर खींच दोगे, मैं वो दे दूंगा : पीएम मोदी ने कहा कि यूएई के राष्ट्रपति नाहयान ने आप लोगों का बहुत ध्यान रखा। 2015 में उनके सामने आप सबकी ओर से अबू धाबी में एक मंदिर का प्रस्ताव रखा। वो तुरंत एक पल भी गंवाए बिना उन्होंने हां कर दी। उन्होंने कह दिया कि जिस जमीन पर तुम लकीर खींच दोगे, मैं वो दे दूंगा। अबू धाबी में भव्य दिव्य मंदिर के लोकार्पण का ऐतिहासिक समय आ गया है। भारत यूएई की दोस्ती जितनी जमीन पर मजबूत है, उतना ही परचम अंतरिक्ष में भी लहरा रहा है।
लोगों का आभार : पीएम ने कहा कि तब वहां लाखों लोग उनका आभार व्यक्त करने के लिए सड़क के दोनों ओर जमा हो गए थे। वो जिस तरह यूएई में आप सभी का ध्यान रख रहे हैं, वो जिस तरह आपके हितों की चिंता करते हैं। वैसा कम ही देखने को मिलता है, इसलिए उन्हें धन्यवाद बोलने के लिए वो सारे लोग घरों से बाहर निकल आए।