यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश ने विकास की जो रफ्तार पकड़ी है, उसे देखकर दुनिया हैरान है। उन्होंने कहा कि दुनिया के लोग जब भारत आते हैं, तो कहते हैं कि भारत बदल रहा है। भारत का कायाकल्प, भारत का नव-निर्माण वे साफ-साफ देख पा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि में 15 प्रतिशत योगदान कर रहा है और आने वाले समय में इसका और ज्यादा विस्तार होना तय है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान मैं कहता था कि बीते 10 सालों में भारत ने जो विकास किया है, वह तो सिर्फ एक ट्रेलर है। आने वाले 10 साल और भी तेज वृद्धि के होने वाले हैं।
मोदी ने कहा कि सेमीकंडक्टर से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण और ग्रीन हाइड्रोजन से इलेक्ट्रिक गाड़ियों तक विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर... भारत की नई गति दुनिया के विकास का अध्याय लिखेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चुनौती को चुनौती देने में भारत सबसे आगे रहेगा। उन्होंने कहा कि और मेरे तो डीएनए में है हर चुनौती को चुनौती देना।
मोदी ने कहा कि भारत बदल रहा है क्योंकि वह अपने 140 करोड़ नागरिकों की ताकत में विश्वास करता है जो अब 'विकसित भारत' के संकल्प को हकीकत में बदलने का सपना देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज का भारत आत्मविश्वास से भरा है, 2014 से पहले की स्थिति के विपरीत..., और यह हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आप जैसे लोग हमें आशीर्वाद देते हैं, तो बड़े से बड़े लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है। आप सभी जानते हैं कि आज का भारत जिस भी लक्ष्य को प्राप्त करने का इरादा रखता है, उसे वह हासिल करके रहता है।
मोदी ने कहा कि आज से ठीक एक महीने पहले उन्होंने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी और तब उन्होंने देश की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तीन गुना ताकत और गति से काम करने का संकल्प लिया था।
मोदी-मोदी और मोदी है तो मुमकिन है के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने, गरीबों के लिए तीन करोड़ घर बनाने और गांवों की तीन करोड़ गरीब महिलाओं को 'लखपति दीदी' बनाने के लक्ष्य को हासिल करके रहेगी। सरकार के कई लक्ष्यों में तीन का महत्व रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत ही वह देश है जिसने चंद्रयान को चांद पर ऐसे स्थान पर भेजा जहां पहले कोई देश नहीं गया है और डिजिटल लेन-देन के मामले में भी सबसे भरोसेमंद मॉडल के रूप में उभरा है।
Edited by : Nrapendra Gupta