नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को नेपाल की दो दिवसीय यात्रा पर जनकपुर पहुंचे। जनकपुर पहुंचते ही वह सबसे पहले सीता माता मंदिर पहुंचे और यहां पूजा अर्चना की।
यहां हुआ था सीता माता का जन्म : भारत और नेपाल की सीमा के नजदीक बसे 'जनकपुर' के बारे में कहा जाता है कि यह वह जगह है जहां त्रेतायुग में माता सीता भूमि से अवतरित हुई थीं। यह स्थान माता सीता के जन्मस्थान के रूप में सदियों से धार्मिक आस्था का केंद्र है। जनकपुर में मां सीता का भव्य मंदिर है, जो भारतीय सीमा से महज 22 किमी दूरी पर है।
नेपाल रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि वह काठमांडू के अतिरिक्त जनकपुर और मुक्तिनाथ भी जाने को उत्सुक हैं। इन दोनों स्थानों पर हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि मेरी यात्रा से नेपाल के साथ पारस्परिक लाभ, सद्भावना और समझ पर आधारित हमारी जन केंद्रित भागीदारी और मजबूत होगी।’’
मोदी की तीसरी नेपाल यात्रा : मोदी ने कहा कि उनकी दो दिवसीय नेपाल यात्रा ‘पड़ोस पहले’ की नीति के प्रति उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने हिमालयी देश के नए युग में प्रवेश करने की बात करते हुए कहा कि भारत उसका पक्का साथी बना रहेगा। प्रधानमंत्री के तौर पर यह मोदी की हिमालयी देश की तीसरी यात्रा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह नेपाल के साथ वर्षों पुराने, करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंधों को भारत और खासतौर पर मेरी तरफ से दी जाने वाली उच्च प्राथमिकता को दर्शाता है।'
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर नेपाल रवाना हुए। पड़ोस प्रथम और सबका साथ-सबका विकास के सिद्धांत को मजबूती प्रदान करेंगे।'
नेपाली प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की पिछले महीने हुई भारत यात्रा के बाद मोदी नेपाल गए हैं।