वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीर्ष अमेरिकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक करेंगे जिसमें वीजा, निवेश और रोजगार सृजन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में एपल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों के सीईओ शामिल होंगे।
मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में पहली बैठक से एक दिन पहले होटल विलार्ड इंटरकॉन्टिनेंटल में प्रधानमंत्री की 20 बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों के साथ सीईओ गोलमेज बैठक होगी। मोदी वाशिंगटन की अपनी तीन दिन की यात्रा पर आज यहां पहुंचे। इस दौरान वह वाशिंगटन डीसी के पास के उपनगर वर्जिनिया में भारतीय मूल लोगों के साथ भी परिचर्चा करेंगे।
सीईओ गोलमेज में एपल के प्रमुख टिम कुक, वॉल-मार्ट के प्रमुख डाउग मैकमिलन, कैटरपिलर के जिम यूम्पलेबाई, गूगल प्रमुख सुंदर पिचाई तथा माइक्रोसाफ्ट के सत्य नाडेला के शामिल होने की उम्मीद है। इनके अलावा बैठक में मैरियट इंटरनेशनल प्रमुख एर्ने सोरेन्सन, जॉनसन एंड जॉनसन के एलेक्स गोरस्काई, मास्टरकार्ड के अजय बंगा, वारबर्ग पिन्कस के चार्ल्स केयी और कार्लाइल ग्रुप के डेविड रबनस्टीन के भी शामिल होने की उम्मीद है।
मोदी इस बैठक में शुरुआती और समापन संबोधन देंगे। वह बैठक में मौजूद मुख्य कार्यकारियों के विचार भी सुनेंगे। प्रधानमंत्री की यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि भारतीय उद्योग जगत अमेरिका में एच-1बी वीजा अंकुशों को लेकर चिंतित है।
ऐसे में सीईओ की बैठक में वीजा का मुद्दा उठने की उम्मीद है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया पर काफी ध्यान दे रहे हैं, ऐसे में बैठक में भारत में रोजगार सृजन का मुद्दा भी एजेंडा में होगा।
समझा जाता है कि बैठक में भारत में नोटबंदी के बाद वृहद आथर्कि परिदृश्य और अगले महीने लागू होने वाले जीएसटी के संभावित लाभों पर भी चर्चा होगी। (भाषा)