व्लादिवोस्टक। विवादास्पद कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक की जल्द भारत वापसी हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। रूस में पीएम मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से इस संबंध में बात भी की है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन से नाईक के संबंध उजागर हुए हैं। साथ ही मलेशिया में हिन्दुओं और शियाओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के चलते जाकिर नाईक मलेशिया सरकार ने एक्शन लेते हुए भारत प्रत्यर्पण की धमकी दी थी जिसके चलते जाकिर नाईक ने मलेशिया सरकार से माफी मांगी थी।
मोदी ने मोहम्मद से मुलाकात के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण का मुद्दा उठाया। दोनों पक्षों ने यह निर्णय लिया है कि इस सबंध में अधिकारी संपर्क में बने रहेंगे और यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाने के औचित्य के बारे में भी बताया और वहां प्रभावी प्रशासन देने के संदर्भ में यह कदम कितना आवश्यक है, इसके बारे में जानकारी दी। बैठक के दौरान मलेशिया के प्रधानमंत्री ने स्वीकारा कि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है।
शिंजो आबे से की मुलाकात : पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की। मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच द्विपक्षीय बैठक के दौरान उन्होंने हाल ही में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जापान यात्रा का उल्लेख किया और इस दौरान आपसी सहयोग के बारे में पर्याप्त मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमा बत्तूलगा के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की।