लंदन। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लंदन में भारतीय हाई कमीशन के बाहर आजादी का जश्न मनाया जा रहा था। हाई कमीशन में जैसे ही तिरंगा फहराया गया तभी वहां पर लगभग 100 पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थक पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान प्रदर्शनकारी तिरंगे का अपमान करने की कोशिश करने लगे।
यह देख वहां पर मौजूद महिला पत्रकार पूनम जोशी अपने आपको रोक नहीं सकीं और पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों से भिड़ गईं। उन्होंने विरोध कर रहे लोगों से तिरंगे को छीन लिया।
घटना के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, ऐसा तब होता है जब 1000 बकरियों को भारतीय शेरों का सामना करने के लिए भेजा जाता है। पाकिस्तान के 100 लोगों ने हमारा झंडा छीन लिया और इसमें से 1 भारतीय महिला इसे वापस ले आई।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। महिला पत्रकार की इस बहादुरी के लिए सोशल मीडिया पर लोग उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि पूनम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना चाहिए।
पत्रकार पूनम जोशी को जब पता चला कि उनका वीडियो काफी ट्रेंड कर रहा है तब वे काफी हैरान रह गईं। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'मुझे इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि देश के तिरंगे को बचाने के लिए किए गए मामूली काम के लिए मैं ट्विटर पर ट्रेंड करने लगूंगी।'
पूनम का देशप्रेम : बाद में पूनम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे अपने देश भारत से बहुत प्यार है। उन्होंने कहा कि मैं बीते 20 सालों से बाहर हूं लेकिन मेरा पासपोर्ट भारतीय है। मैंने कभी दूसरे देश की नागरिकता ग्रहण नहीं की। भारत हमेशा मेरे दिल में बसता है।
पाकिस्तानियों को सबक मिल गया होगा : पूनम ने कहा कि मैं भारत विरोधी मार्च निकालने वालों से भिड़ पड़ी। मुझे लगता है कि पाकिस्तानियों को सबक मिल गया होगा कि वह किसी भी हिंदुस्तानी को कमजोर नहीं समझे। जो भी हमसे टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा।