न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को भारत के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंध और भी मजबूत होंगे। भारत रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी यूएन में भाषण देने के बाद न्यूयॉर्क में सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़कर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले और सेल्फी के साथ-साथ ऑटोग्राफ भी दिया।
तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 76वें सत्र को संबोधित किया और उससे पहले प्रत्यक्ष क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इसके अलावा, मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ ही अपने आस्ट्रेलियाई एवं जापानी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। स्वदेश रवाना होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अमेरिका में पिछले कुछ दिनों में द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया जो काफी फलदायी रहे।
उन्होंने ट्वीट किया कि पिछले कुछ दिनों में विभिन्न सीईओ से बातचीत की और संयुक्त राष्ट्र संबोधन समेत द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, जो काफी फलदायी रहा। मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंध और मजबूत होंगे।
उन्होंने ट्वीट किया कि हमारे लोगों के बीच समृद्ध संबंध हमारी मजबूत धरोहर में शुमार हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच कंपनियों के शीर्ष अमेरिकी सीईओ से भी मुलाकात की और उन्हें देश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा को 'ऐतिहासिक' करार दिया।
अमेरिका ने लौटाई कलाकृतियां : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जब भारत लौटेंगे तब अपने साथ 157 प्राचीन कलाकृतियां व वस्तुएं लेकर आएंगे। अमेरिका ने इन कलाकृतियों व वस्तुओं को प्रधानमंत्री को भेंट किया है, जिस पर प्रधानमंत्री ने आभार जताया। बयान के मुताबिक अमेरिका द्वारा भारत को सौंपी गई कलाकृतियों में सांस्कृतिक पुरावशेष, हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म से संबंधित मूर्तियां शामिल हैं।