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वारसॉ पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा, पोलैंड यात्रा से द्विपक्षीय मित्रता को मिलेगी गति

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 21 अगस्त 2024 (22:11 IST)
वारसॉ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को कहा कि पोलैंड (Poland) की उनकी पहली यात्रा द्विपक्षीय मित्रता को गति प्रदान करेगी तथा दोनों देशों के लोगों को लाभान्वित करेगी। वे 2 देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में यहां पहुंचे हैं और यूक्रेन की राजधानी कीव भी जाएंगे।
 
पोलैंड में अपने प्रवास के दौरान मोदी राष्ट्रपति आंद्रजेज सेबेस्टियन डूडा से मिलेंगे और प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। मोदी ने कहा कि वे पोलैंड की राजधानी में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर उत्सुक हैं।

यहां वारसॉ सैन्य हवाई अड्डे पर अपने आगमन के बाद मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पोलैंड पहुंच गया हूं। यहां विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर उत्सुक हूं। यह यात्रा भारत-पोलैंड मैत्री को गति प्रदान करेगी तथा दोनों राष्ट्रों के लोगों को लाभान्वित करेगी। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा पिछले 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है।
 
पोलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी का होटल पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया, जहां पोलिश और भारतीय कलाकारों ने गुजराती पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया। मोदी ने 'एक्स' पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि पोलैंड में भारतीय समुदाय द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं अभिभूत हूं! उनकी ऊर्जा हमारे देशों को बांधने वाले मजबूत संबंधों का प्रतीक है।
 
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का हवाई अड्डे पर औपचारिक स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा विशेष महत्व रखती है, क्योंकि भारत और पोलैंड इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
 
इससे पहले पोलैंड के लिए रवाना होने से पहले अपने बयान में उन्होंने कहा कि पोलैंड की मेरी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब हमारे राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे हो रहे हैं। पोलैंड मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति हमारी आपसी प्रतिबद्धता दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करती है। मैं, हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रजेज डूडा से मिलने के लिए उत्सुक हूं।
 
पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मोहम्मद मलिक ने यहां 'पीटीआई वीडियो' को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की 2 दिवसीय यात्रा के दौरान पोलिश नेतृत्व के साथ चर्चा से दोनों पक्षों को विभिन्न विषयों पर शीर्ष स्तरीय विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर मिलेगा और यह विचारों का एक वास्तविक 'उपयोगी आदान-प्रदान' होगा।

 
वारसॉ से मोदी कीव जाएंगे, जो 1991 में यूक्रेन के स्वतंत्र होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि पोलैंड से मैं राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन जाऊंगा। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा है।
 
उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ पहले हुई बातचीत को आगे बढ़ाने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं। मोदी ने कहा कि एक मित्र और साझेदार के रूप में हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की उम्मीद करते हैं।

 
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि वारसॉ और कीव की उनकी यात्रा 'दोनों देशों के साथ व्यापक संपर्कों की स्वाभाविक निरंतरता के रूप में काम करेगी और आने वाले वर्षों में मजबूत और अधिक जीवंत संबंधों की नींव रखने में मदद करेगी'।
 
प्रधानमंत्री पोलैंड से कीव की यात्रा 'रेल फोर्स वन' ट्रेन से करेंगे जिसमें लगभग 10 घंटे लगेंगे। वापसी की यात्रा भी इसी अवधि की होगी। मोदी की कीव यात्रा उनकी मॉस्को की हाई-प्रोफाइल यात्रा के लगभग 6 सप्ताह बाद हो रही है, जिसकी अमेरिका और उसके कुछ पश्चिमी सहयोगियों ने आलोचना की थी। भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है और उसने बातचीत व कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के समाधान का आह्वान किया है।
 
मोदी की यूक्रेन यात्रा को अमेरिका ने बताया महत्वपूर्ण : अमेरिका ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 23 अगस्त की यूक्रेन यात्रा को 'महत्वपूर्ण' बताया। यह यात्रा मोदी की रूस यात्रा के करीब 6 सप्ताह बाद हो रही है। प्रबंधन एवं संसाधन के लिए अमेरिकी उप विदेश मंत्री रिचर्ड आर. वर्मा ने साथ ही कहा कि अमेरिका, रूस के साथ भारत के 'दीर्घकालिक संबंध' को समझता है।
 
मोदी, पोलैंड और यूक्रेन की अपनी 2 देशों की यात्रा के तहत बुधवार को पोलैंड की राजधानी वारसॉ पहुंचे। प्रधानमंत्री शुक्रवार को लगभग 7 घंटे कीव में रहेंगे। प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ आमने-सामने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करने का कार्यक्रम है। यह बातचीत यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने पर केंद्रित होगी।
 
वर्मा ने दिल्ली में 'सेंटर फॉर सोशल एंड इकोनॉमिक प्रोग्रेस' में एक संवाद सत्र में कहा कि मैं इस यात्रा से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह एक महत्वपूर्ण यात्रा है - पोलैंड और यूक्रेन। बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी की पिछली टिप्पणियों की सराहना करते हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि 'यह युद्ध का युग नहीं है और यह शांति का समय है।
 
वर्मा ने कहा कि हम समझते हैं कि रूस के साथ भारत के दीर्घकालिक संबंध हैं और भारत को स्वयं यह निर्णय लेना होगा कि वे इस पैमाने पर कहां खड़ा होना चाहता है। भारत में अमेरिका के राजदूत रह चुके वर्मा ने कहा कि यह स्वतंत्रता, आजादी और कानून के शासन की रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण समय है।
 
अमेरिका और उसके कई सहयोगी देश मोदी की 8-9 जुलाई की मॉस्को यात्रा के समय पर नाराज थे, क्योंकि यह उस वक्त हुई थी, जब वॉशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन हो रहा था। बांग्लादेश में राजनीतिक घटनाक्रम पर वर्मा ने कहा कि अमेरिका उस देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करता रहा है।
 
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से वहां के लोगों के लिए स्थिति कठिन रही है। मैं सोशल मीडिया पर फैली गलत और भ्रामक सूचनाओं में नहीं पड़ना चाहता। वर्मा उन आरोपों से संबंधित प्रश्न का उत्तर दे रहे थे जिनमें कहा गया था कि शेख हसीना की पिछली सरकार को अस्थिर करने में अमेरिका का हाथ था। उन्होंने कहा कि हम इस परिवर्तन का समर्थन करेंगे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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