प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री आज शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वे बिना एसी वाले रूम में रहेंगे। इस बात को लेकर चर्चाएं भी हैं। सम्मेलन का आयोजन जर्मनी की अध्यक्षता में हो रहा है जिसमें अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है।इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू सहित कई अन्य शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं।
खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी जर्मनी के 2 दिवसीय दौरे पर रविवार को म्यूनिख पहुंचे। वे आज जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और शक्तिशाली समूह एवं उसके सहयोगी देशों के नेताओं के साथ ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, पर्यावरण और लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू सहित कई अन्य शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी 2 सत्रों को संबोधित कर सकते हैं जिसमें एक सत्र पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु का होगा और दूसरे सत्र में खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे विषय शामिल हैं।
शिखर बैठक से इतर प्रधानमंत्री सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। जी-7 शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मनी ने भारत के अलावा, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को शिखर सम्मेलन के लिए अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।
मोदी ने कहा कि वह पूरे यूरोप से भारतवंशी समुदाय के सदस्यों से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं, जो अपनी स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ यूरोपीय देशों से भारत के संबंधों को समृद्ध करने में बहुत योगदान दे रहे हैं।
जर्मनी से मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात जाएंगे और खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करेंगे। पिछले कई सालों से बीमारी से जूझने के बाद 13 मई को शेख खलीफा का निधन हो गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज के साथ एक सार्थक बैठक की और द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार तथा निवेश, रक्षा सहयोग, कृषि, जलवायु कार्रवाई और खाद्य सुरक्षा जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
यह दोनों नेताओं के बीच पहली द्विपक्षीय मुलाकात थी। दोनों नेताओं ने 2019 में स्थापित द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को लागू करने में प्रगति की समीक्षा की। भारत-अर्जेंटीना संबंधों को 2019 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ा दिया गया था।
दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंध पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुए हैं और इसमें राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग शामिल है। अर्जेंटीना में भारतीय मूल के लगभग 2600 लोग रहते हैं, जिनमें भारतीय कंपनियों और बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ काम करने वाले पेशेवर शामिल हैं।