मुंबई। Political Crisis in Maharashtra : महाराष्ट्र में सियासी संकट जारी है। इस बीच बागी एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। शिंदे ने संजय राउत के '40 विधायकों की लाश आएगी' वाले बयान पर पलटवार किया। शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया कि बाल ठाकरे की पार्टी उस दाऊद इब्राहिम के साथ सीधे संबंध रखने वाले लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जो कई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मारने के लिए जिम्मेदार है।
शिंदे ने कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया है और उन्हें बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं है।
शिंदे ने अपने ट्वीट में कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक के स्पष्ट संदर्भ में हैं, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में जेल में हैं।
शिंदे ने ट्वीट किया कि हिन्दू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका दाऊद से सीधा संबंध है, जिसने मुंबई बम धमाकों को अंजाम देकर निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला? इसका विरोध करने के लिए हम यह कदम उठा रहे हैं।
यदि यह कदम हमें मौत के कगार पर भी ले जाता है, तो हमें इसकी परवाह नहीं है। एक अन्य ट्वीट में, शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर वे शिवसेना और बाल ठाकरे की विचारधारा को बचाते हुए मर जाते हैं तो वे खुद को भाग्यशाली मानेंगे।
क्या कहा था संजय राउत ने : संजय राउत ने शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था कि 'हमने एक सबक सीखा है कि किस पर भरोसा करें... ये वे शरीर हैं जिनकी आत्माएं मर चुकी हैं। उनका दिमाग मर चुका है... 40 शव असम से आएंगे और पोस्टमॉर्टम के लिए सीधे मुर्दाघर भेजे जाएंगे।' उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिंदे के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए विधायकों की संख्या के स्पष्ट संदर्भ में यह बयान दिया था। हालांकि इस बयान के बाद उन्होंने इसकी सफाई भी दी।