न्यूयार्क। प्रवासियों और शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाये जाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका में आने पर हिरासत में लिए गए लोगों के परिवारों के सदस्य न्यूयॉर्क शहर के कैनेडी हवाईअड्डे पर परेशान और हताश नजर आ रहे थे।
ट्रंप ने शुक्रवार को जिस समय मुख्य रूप से सात मुस्लिम देशों के नगारिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था उस समय कई विमान अमेरिका के लिए पहले ही रवाना हो चुके थे। वकीलों ने कहा उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि विमान के रवाना होने के बाद कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है।
हवाईअड्डे पर अपने प्रियजनों को रिहा किए जाने या वापस विमान से भेजे जाने का इंतजार कर रहे घबराये हुए दर्जनों लोगों में 25 वर्षीय योसरे घालेद भी शामिल थीं।
उनकी सास की 67 वर्षीय बहन को यहां सउदी अरब से आए एक विमान से उतरने के बाद हिरासत में ले लिया गया। उनकी सास की बहन यमन की नागरिक हैं जो अपने परिवार के साथ रहने के लिए अमेरिका इसलिए आ रहीं थी क्योंकि उन्हें दिल और मधुमेह से सबंधित समस्याएं हैं।
घालेद ने कहा, 'हम बहुत दुखी हैं। उनकी हालत बहुत खराब है। हम उनके अंतिम दिनों में उन्हें एक अच्छी जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने बताया कि उनके परिवार से कहा गया है कि उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा और वापस सउदी अरब जाने वाले विमान में बिठा दिया जाएगा।
ट्रंप ने कहा है कि अस्थायी यात्रा प्रतिबंध का मकसद संभावित आतंकवादियों को अमेरिका से बाहर रखना है।
वाशिंगटन, शिकागो, मिनीपोलिस, डेनवेर, लॉस एंजिलिस, सेन फ्रांसिस्को और डलास में भी मुख्य हवाईअड्डों पर प्रदर्शन हुए। अमेरिका ने बताया कि इन हवाईअड्डों पर करीब 50 लोगों को रोका गया था। (भाषा)