Red Hat CEO's statement regarding AI : रेड हैट भारत को दुनिया के तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक के रूप में देखती है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) मैट हिक्स का कहना है कि देश का बढ़ता उद्यम आधार और तकनीकी नवोन्मेषी क्षमताएं आईबीएम के स्वामित्व वाली कंपनी के लिए रोमांचक संभावनाएं प्रदान करती हैं।
एआई पर बहस और तकनीकी क्षेत्र की नौकरियों और वेतन पर इसके प्रभाव का जिक्र करते हुए हिक्स ने कहा, कृत्रिम मेधा (AI) पर अगर अच्छी तरह से काम किया जाता है, तो इससे बड़े पैमाने पर मूल्य सृजन होगा और किसी की कल्पना से परे यह नए उद्योगों को जन्म देगा।
एंटरप्राइज ओपन-सोर्स सॉल्यूशंस कंपनी रेड हैट का आईबीएम ने 2019 में लगभग 35 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था। यह सबसे बड़ा अधिग्रहण सौदा है। भारत में यह कंपनी एक बड़े आधार के साथ काम कर रही है और एक रोमांचक बिंदु पर है जहां वह प्रौद्योगिकी भूमिकाओं के साथ अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है।
यह एक तेजी से बढ़ता बाजार है : उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि भारत इस समय अपने बुनियादी सिद्धांतों के साथ दुनिया के सबसे मजबूत बाजारों में से एक है, जब मैं भारत में अवसरों को देखता हूं, एक, यह एक तेजी से बढ़ता बाजार है और इसमें उद्यम की जरूरतें हैं, इसलिए यह हमारे लिए बहुत उपयुक्त है। इसके अलावा मुख्य तकनीकी नवोन्मेषण आधार भारत में बड़े पैमाने पर मौजूद है, इसलिए ओपन सोर्स प्रौद्योगिकियों जैसी चीजों के माध्यम से पूरे देश तक पहुंचने में सक्षम होना, यही बात मुझे वास्तव में भारत के बारे में उत्साहित करती है।
एआई जैसे माध्यम क्षमता का विस्तार करेंगे : हिक्स ने कहा कि वह देश में मौजूद नवोन्मेषण क्षमताओं से आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हम अगले कुछ वर्षों में भारत में बहुत कुछ देखेंगे। उन्होंने कहा कि रेड हैट यह सुनिश्चित कर रही है कि व्यापक आधार पर निवेश बाजार में वृद्धि को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा, हमारी बिक्री या बाजार टीम के साथ इंजीनियरिंग में पहले से ही मजबूत उपस्थिति है। हमारे लिए एआई जैसे माध्यम क्षमता का विस्तार करेंगे।
एआई के प्रौद्योगिकी नौकरियों पर प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर हिक्स ने कहा, एआई पर यदि ठीक से काम किया जाए, तो यह मूल्य सृजन करेगा और नए उद्योग पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि सही तरीके से एआई के इस्तेमाल से उत्पादकता लाभ मिलेगा और अंतत: वेतन बढ़ेगा। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour