यंगून। म्यामांर के कमांडर इन चीफ कार्यालय ने कहा कि रोहिंग्या आतंकवादियों ने मुस्लिम अल्पसंख्यकों के पलायन को तेज करने के लिए हाल के दिनों में रखाइन प्रांत में घरों को आग लगाई है। इस बयान को संभवत: सेना पर लगे आगजनी के आरोपों के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है।
पिछले छ: हफ्तो में म्यामांर में सांप्रदायिक रक्तपात को देखते हुए पांच लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान पलायन कर चुके हैं और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बांग्लादेश के मुताबिक उसके यहां आने वालों की संख्या में कुछ दिनों की गिरावट के बाद इस हफ्ते फिर से प्रतिदिन करीब चार से पांच हजार नागरिक सीमा पार कर रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में अब भी करीब 10,000 लोग सीमा पार करने के इंतजार में हैं।
बांग्लादेश में शरण ले रहे रोहिंग्याओं ने आरोप लगाया है कि रखाइन प्रांत के कुछ इलाकों में म्यामांर की सेना द्वारा धमकी और आगजनी का अभियान छेड़े जाने के बाद पलायन में तेजी आई है। सेना प्रमुख मिन अंग हाइंग के दफ्तर के फेसबुक पेज की एक पोस्ट में कहा गया कि बुधवार को रोहिंग्याओं के एक गांव में सात घरों में आगजनी अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (एआरएसए) के एक आतंकवादी द्वारा लगाई गई थी। (भाषा)