India in UNSC : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र कोई भी विवाद शांतिपूर्वक सुलझा नहीं पा रहा है। आज जब दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है, तो हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम बहुपक्षीय संस्थानों में विश्वास कैसे बहाल करें, इस पर ईमानदार बातचीत करें।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर किसी भी विवाद को बातचीत के माध्यम से हल करने का आह्वान करता है। हमने पहले भी कई उदाहरण देखे हैं, जहां द्विपक्षीय चर्चाएं अधिक प्रभावी रही हैं। बातचीत से किसी भी समाधान का हल खोजा जा सकता है।
रुचिरा ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय व उप-क्षेत्रीय संगठनों का समर्थन करते हैं। शांति लाने के लिए इन संगठनों को क्षेत्रीय ताकतों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क करने के लिए पुर्नविन्यास करने की आवश्यकता है। संभावित क्षेत्रीय साझेदारों के साथ-साथ राज्यों की क्षमताओं का निर्माण करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हमें संसाधनों और अच्छी तरह से परिभाषित जनादेशों के साथ अफ्रीकी नेतृत्व वाले शांति अभियानों का समर्थन करने की भी आवश्यकता है। इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती अगर हम कहते कि हम संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने में असमर्थ हैं। इसकी मुख्य निकाय को ही अप्रभावी बना दिया गया है।
रुचिरा ने कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर सुरक्षा परिषद के अगस्त फोरम का दुरुपयोग करने पर उतर आया है। उनकी टिप्पणियां निराधार हैं और इसलिए उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं।