रूस ने एकाएक चीन को दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी रोक दी है। एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर देता है।
उल्लेखनीय है कि भारत ही वह देश है जिसे रूस यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम दे रहा है। रूस ने चीन को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी रोकने पर चीन ने इसे दबाव में लिया गया फैसला बताया है। हालांकि, उसने किसी देश का नाम नहीं लिया। लेकिन, स्थानीय मीडिया में इसका जिम्मेदार भारत और अमेरिका को बताया जा रहा है।
एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम फिलहाल रूस के अलावा सिर्फ चीन के पास इसकी कुछ यूनिट हैं। भारत को इसकी पहले खेप इसी साल मिलने वाली है।
चीन ने भारत से पहले इस मिसाइल सिस्टम को खरीदने का फैसला किया था। पहला बेच उसे 2018 में मिल भी चुका है। भारत को इस साल के आखिर तक यह सिस्टम मिल जाएगा। रूस ने भारत को तय समय पर मिसाइल देने का वादा दोहराया है।
रूस ने न सिर्फ एस-400 की डिलीवरी रोक दी है बल्कि, उसने चीन को यह भी नहीं बताया है कि यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम उसे फिर कब दिया जाएगा। चीन की एक मीडिया रिपोर्ट और न्यूज एजेंसी के अनुसार रूस ने साफ कर दिया है कि वो चीन को एस-400 मिसाइल की डिलीवरी रोक रहा है।
सबसे बड़ी बात है कि चीन यह मानता है कि रूस ने दबाव में एस-400 की डिलीवरी रोकी है। चीन ने तो अपने सैनिकों को इस मिसाइल की ट्रेनिंग के लिए रूस भेज दिया था। रूस से भी टेक्निकल एक्सपर्ट चीन आने वाले थे। अब यह नहीं होगा।
सूत्रों के मुताबिक रूस ने दबाव में फैसला लिया है। रूस को लगता है कि महामारी के वक्त अगर एस-400 की डिलीवरी चीन को की गई तो इससे चीन की ही परेशानियां बढ़ेंगी।
दुनिया का सबसे एडवांस और खतरनाक है एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम : एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर देगा। इसके अलावा यह किसी भी निशाने पर दागी गई परमाणु क्षमता वाली 36 मिसाइलों को एकसाथ नष्ट कर सकता है।
क्यों जरूरी है भारत के लिए : एस-400 डिफेंस सिस्टम एक तरह से मिसाइल शील्ड का काम करेगा, जो पाकिस्तान और चीन की एटमी क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से भारत को सुरक्षा देगा। यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है। यह सिस्टम अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिरा सकता है। चीन के बाद इस डिफेंस सिस्टम को खरीदने वाला भारत दूसरा देश है।