दुनिया का हर देश अपनी आजादी के दिन या किसी खास दिन के मौके पर आयोजन कर पूरी दुनिया को अपनी ताकत दिखाता है। मसलन भारत 15 अगस्त और 26 जनवरी पर होने वाली परेड में अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है।
ठीक इसी तरह रूस ने भी अपनी 75वीं विक्ट्री डे परेड मनाई। खास बता यह है कि इस परैड में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित रहे। रूस ने पूरी दुनिया को अपनी सैन्य ताकत दिखाई। रूसी थलसेना के साथ वायुसेना का विमानों ने हैरतअंगेज प्रदर्शन भी किए।
उल्लेखनीय है कि चीन के साथ तनाव के बीच भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस परेड के दौरान भारत की सैन्य टुकड़ी ने भी तिरंगे के साथ क्रेमलिन की सड़कों पर भारतीय तिरंगे के साथ मार्च पॉस्ट किया।
राजनाथ सिंह ने रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों पर चर्चा की। रूसी उप प्रधानमंत्री कोरोना वायरस महामारी की पाबंदियों के बावजूद उनसे होटल में मिलने आए थे।
24 जून 1945 को पहली बार विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया गया था। इस दौरान रूसी सेना ने न केवल जर्मनी से अपनी राजधानी मास्को की रक्षा की, बल्कि स्टालिनग्राद और लेलिनग्राद को भी बचाया। तब से हर साल इस परेड का आयोजन किया जाता है।
कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे रूस ने इस बार अपने विक्ट्री डे परेड को लगभग 15 दिनों तक टाल दिया। राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन तय समय पर ही परेड करवाने के पक्ष में थे लेकिन रूसी अधिकारियों ने वायरस के संक्रमण को देखते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए थे।