टोक्यो। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर पश्चिमी जापान में एक चुनावी कार्यक्रम में भाषण के दौरान गोली चलाई गई। हमले के बाद उन्हें हार्ट अटैक भी आया उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। शिंजो आबे ने 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर पूरी दुनिया के सामने मिसाल पेश की थी।
दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं जब नेताओं ने अपनी बीमारी छुपाई और पद पर बने रहे, लेकिन जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अनफिट होने पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर मिशाल कायम की थी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 29 अगस्त 2020 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने सभी नेताओं के समक्ष एक उदाहरण पेश किया। शिंजो आबे कई दिनों से बीमार चल रहे थे और इस दौरान उन्हें कई बार हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा है। खराब तबीयत के चलते शिंजो के इस फैसले की अटकलें पहले की लगाई जा रही थी। उनका कार्यकाल सितबंर 2021 तक था। वह जापान के सबसे ज्यादा समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैं।
दुनिया के कई नेताओं ने 'अनफिट' करार दिए जाने से डर से अपनी बीमारी को जनता से छिपाया। अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को ऐडिसन रोग था। जनता से यह बात छिपाई गई और राष्ट्रपति गुप्त रूप से दवाएं लेते रहे। अमेरिकियों को 1919 में वुडरो विल्सन के स्ट्रोक के बारे में भी नहीं बताया गया। इसी तरह, 1893 में ग्रोवर क्लीवलैंड को अपने मुंह के कैंसर के चलते सर्जरी करानी थी, लेकिन वह अस्पताल नहीं जाना चाहते थे।