एक मासूम बेटा इमारत पर खून से लथपथ लटका है, पिता उसे कलमा पढ़ा रहा ताकि उसकी सांसें चलती रहें। एक पिता मलबे में दबकर मर चुकी अपनी बेटी का हाथ पकड़कर कई घंटों से बैठा है। उसे इंतजार है कि राहतकर्मी आएंगे तो उसे अपनी बेटी का डेडबॉडी मिल सकेगी। वहीं, एक सीरियाई मासूम लड़की कई घंटों से अपने भाई के साथ मलबे में दबी है, उसने अपने भाई को थाम रखा है इसलिए कि उसकी सांसें चलती रहे।
ये तुर्किए और सीरिया में भूकंप से आई तबाही का मंजर है। इस त्रासदी से जो तस्वीरें निकलकर दुनिया के सामने आ रही हैं, उसे देखकर किसी भी रूह कांप जाए। जिंदगी और मौत की इस लड़ाई में कुछ खुशनसीब थे जो बच गए। कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने लाशों के ढेर के बीच जिंदा रहने का जज्बा अब तक बनाए रखा है।
तुर्किए पर कहर बरपा है। सीरिया में तबाही आई है। ये कुदरत का कहर है। तबाही के इस मंजर ने सभी को रूला दिया है। यह ऐसा मौका है, जब सरहदों को भुलाकर हर कोई तुर्किए की तबाही पर गमजदा है। यहां तक कि कई जानवर भी अपने मालिकों की मौत पर टूट गए हैं। एक श्वान की तस्वीर वायरल हो रही है जो अपनी मालकिन को मलबे में दबा देखकर चित्कार लगा रहा है और बचावकर्मियों की तरफ देख रहा है।
दूसरी तरफ भारत ने तुर्किए की मदद के लिए हाथ बढाया है। ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्किए में लगातार मदद भेजी जा रही है। इसमें राहत सामग्री, मेडिकल सुविधाएं, दवाइयां और मेनफोर्स शामिल हैं।
भाई को दिया जिंदगी का जज्बा
सबसे ज्यादा इंटरनेट पर उस बहादुर लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसने अपने भाई को मलबे के नीचे दबे होने के बाद भी थाम रखा है। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने ट्विटर पर साझा कर लिखा-- इस बहादुर लड़की के लिए बहुत सारी प्रशंसा। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि मोहम्मद सफा ने भी ट्विटर पर इस वीडियो को साझा किया। उन्होंने ट्वीट किया और कहा--- 7 साल की बच्ची ने अपने छोटे भाई को बचाने के लिए उसके सिर पर हाथ रखा था। वे 17 घंटे तक मलबे में दबे रहे, और सुरक्षित रहे। मुझे कोई वीडियो शेयर करता नहीं दिख रहा है। अगर वह मर जाती, तो हर कोई साझा करता। यह सीरियाई मासूम लडकी कई घंटों से अपने भाई की ढाल बनकर अपनी और भाई की सांसें थामें मलबे में दबी हुई थी।
पिता ने बेटे को पढ़ाया कलमा
एक अन्य वीडियो में एक मासूब बच्चा एक ऊंची इमारत पर खून से लथपथ उल्टा लटके हुए है। वो इमारत के एक हिस्से में फंस गया है। लेकिन जब तक उसे कोई राहतकर्मी बचाने नहीं पहुंचा तब तक उसके पिता ने उसे कलमा पढ़ाया। बेटा भी साथ साथ कलमा दोहराता रहा। बाद में बताया गया कि उसे बचा लिया गया है।
ताकी बेटी का शव ही मिल सके
एक पिता मलबे में दबकर मर चुकी अपनी बेटी का हाथ पकड़कर कई घंटों से बैठा है। वो अपनी बेटी की डेडबॉडी का इंतजार कर रहा है। उसे इंतजार है राहतकर्मी आएंगे और उसे अपनी बेटी की डेड बॉडी मिल सकेगी। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर हर किसी का दिल सुन्न कर दिया है। इस तस्वीर को जमकर वायरल किया जा रहा है। एक पिता की बेबसी इस तस्वीर में साफ दिखाई दे रही है। वायरल हो रही यह तस्वीर भी तुर्की की है। यहां भूकंप में इमारत के मलबे से दबकर एक बच्ची की मौत हो गई है। पिता व्यथित मन से उसका हाथ पकड़कर उसकी बॉडी का इंतज़ार कर रहे हैं। यह बहुत मार्मिक तस्वीर है।
खत्म हो गए पूरे परिवार
रेस्क्यू टीम तुर्किए और सीरिया में लगातार रेस्क्यू काम कर रही है लेकिन कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच बचाव अभियान में बाधा आ रही है। इमारतों के मलबे को ड्रिल कर खोदा जा रहा है। हालांकि, अब बचे हुए लोगों के मिलने की संभावना कम हो गई है। मलबे से ज्यादातर लाशें निकाली जा रही हैं। शवों को मलबे से निकालकर सड़कों पर रखा जा रहा है। कितनी ही लाशें ऐसी हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है या जिनके परिवार से अब कोई नहीं बचा है।
edited by navin rangiyal