काठमांडू। नेपाल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक 2 साल के बच्चे की पीठ से तीसरा हाथ निकल आया है। इसके चलते एक तरफ सिर्फ 2 साल का गौरव और उसके परिवार वाले बेहद परेशान हैं तो दूसरी तरफ इलाके के लोगों ने इसे भगवान का करिश्मा मानकर उसकी पूजा करना शुरू कर दिया है।
हालांकि डॉक्टर्स की राय एकदम उलट है और उन्होंने इसे स्पाइना बिफिडा नाम की एक रेयर मेडिकल कंडीशन बताया है। डॉक्टर्स ने साफ कर दिया है कि गौरव की जल्दी ही सर्जरी नहीं हुई तो वह लकवे का शिकार भी हो सकता है।
क्या है पूरा मामला : बता दें कि गौरव की पीठ पर जन्म से ही हाथ की आकृति का ये अंग मौजूद था, लेकिन उसकी उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस अंग में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। गौरव अपने परिवार के साथ नेपाल के हिंदू बहुल इलाके तनाहुन में रहता है। परिवार का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है जिससे वे इतनी महंगी सर्जरी का खर्चा उठा सकें।
इसी के चलते गांव वालों की सलाह पर उन्होंने बच्चे का इलाज एक ओझा से कराना शुरू कर दिया है। परिवार ने बताया कि गांव वाले भी बच्चे को डॉक्टर्स के पास नहीं ले जाने देना चाहते क्योंकि वह गौरव को भगवान का अवतार मानते हैं। उधर डॉक्टर्स का कहना है कि पीठ पर निकले इस हाथ को अगर हटाया नहीं गया तो स्पाइनल कॉर्ड में परेशानी बढ़ सकती है।
बता दें कि स्पाइना बिफिडा नाम की यह स्थिति 1500 बच्चों में से किसी एक में देखी जाती है, लेकिन इसमें भी अलग से हाथ या पैर उगना दुर्लभ बात है। गर्भ के पहले महीने में जब भ्रूण का स्ट्रक्चर तैयार होता है, तो उस प्रक्रिया में आने वाली खराबी से ऐसी स्थिति बनती है। शरीर के विकास के साथ इनका रूप जैसे-जैसे बिगड़ता है, ये स्पाइनल कॉर्ड (मेरूदंड) को नुकसान पहुंचाती है और व्यक्ति लकवे का शिकार हो सकता है।