वॉशिंगटन। ट्रंप प्रशासन ने एक ही नियोक्ता के साथ काम जारी रखने वालों के लिए एच-1बी व एल-1 यात्रा प्रतिबंधों में कुछ छूट देने की घोषणा की है। इस फैसले से भारतीय आईटी पेशेवरों और स्वास्थ्य क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को राहत मिल सकती है। एच-1बी या एल-1 यात्रा प्रतिबंधों से दी गई छूट में इन वीजाधारकों के परिवार वाले भी शामिल हैं।
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 अगस्त को संघीय एजेंसियों द्वारा एच-1बी वीजाधारकों को नौकरी देने से रोकने संबंधी सरकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने जून में इस महत्वपूर्ण चुनावी वर्ष में अमेरिकी कर्मचारियों के संरक्षण के लिए एच-1बी वीजा और अन्य प्रकार के विदेशी कार्य वीजा को 2020 के अंत तक स्थगित कर दिया था।
एच-1बी वीजा भारतीय आईटी पेशेवरों में काफी लोकप्रिय है। यह एक गैर-आव्रजक वीजा है। इसके जरिए अमेरिकी कंपनियां तकनीकी या अन्य विशेषज्ञता वाले पदों पर विदेशी कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकती हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने संशोधित यात्रा दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि यह छूट राष्ट्रीय हित श्रेणी के तहत दी गई है।
विदेश विभाग ने कहा कि एच-1बी और एल-1 वीजा अब उन कर्मचारियों को जारी किए जा सकते हैं, जो समान नियोक्ता और समान वीजा वर्गीकरण के साथ अमेरिका में फिर से रोजगार करना चाह रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों में कई अमेरिकी सांसदों ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए एच-1बी, एल-1 और जे-1 वीजा पर यात्रा प्रतिबंधों में छूट देने की मांग की थी। (भाषा)