वॉशिंगटन। ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों पर रोक लगाने के एक दिन बाद Twitter ने शनिवार को कहा कि उसने बहाई धर्म के लोगों के उत्पीड़न के खिलाफ यह कार्रवाई की है।
ब्रितानी टैंकर को ईरान द्वारा जब्त किए जाने के चलते क्षेत्र में पहले से ही व्याप्त तनाव बढ़ जाने के बीच कुछ प्रभावित मीडिया संगठनों ने आशंका जताई है कि ये रोक जब्ती से जुड़ी खबरें देने के कारण लगाई गई हैं, लेकिन सोशल नेटवर्किंग सेवा का कहना है कि यह बहाई धर्म से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर उनके उत्पीड़न के खिलाफ की गई कार्रवाई है।
बहाई अल्पसंख्यक समुदाय है जिसने लंबे से ईरान में दमन झेला है। ट्विटर ने बंद किए गए खातों का नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि मामले की जांच जारी है। सभी ईरानी सरकारी मीडिया संगठनों के अकाउंट पर अंग्रेजी में लिखे संदेश में कहा गया है कि अकाउंट बंद कर दिया गया है। ट्विटर नियमों का उल्लंघन करने वाले अकाउंट को ट्विटर ने बंद किया है।
ईरान की मेहर संवाद समिति ने कहा कि फारसी भाषा का उसका अकाउंट शुक्रवार देर रात से ही बंद कर दिया गया मालूम होता है। इससे पहले उसने होरमुज जलडमरुमध्य में टैंकर स्टेना इंपेरो की जब्ती को लेकर खबर दी थी।
ईरान की संपत्ति जब्त कर सकता है ब्रिटेन : ब्रिटेन के विदेश सचिव जेरेमी हंट ब्रिटिश तेल टैंकर 'स्टेना इम्पेरो' को कब्जे में लेने को लेकर रविवार को ईरान के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर सकते हैं जिसमें ईरान की सपंत्ति भी जब्त करने पर फैसला लिया जा सकता है। स्थानीय मीडिया ने इसकी जानकारी दी।
ब्रिटेन ईरान पर प्रतिबंध को लेकर यूरोपियन संघ और संयुक्त राष्ट्र में भी यह मामला उठा सकता है। उल्लेखनीय है कि ईरान रिवॉल्युशनरी गार्ड ने शुक्रवार को होरमुस की खाड़ी में ब्रिटिश तेल टैंकर 'स्टेना इम्पेरो' को अपने कब्जे में ले लिया था। इसमें चालक दल के कुल 23 लोग सवार हैं जिनमें भारत के 18, रूस के 3, लात्वीयावासी और फिलिपिनो के 1-1 नागिरक शामिल हैं।