गुरदासपुर। भाजपा सांसद सनी देओल ने अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर के लिए अपना प्रतिनिधि चुना है, लेकिन उनके इस चुनाव पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
सनी देओल ने एक पत्र जारी कर अपना प्रतिनिधि चुने जाने की जानकारी दी है। सनी ने गुरप्रीत सिंह पलहेरी को अपना लोकसभा प्रतिनिधि नियुक्त किया है। सनी देओल ने कहा है कि उनकी गैर-मौजूदगी में पलहेरी जनता के बीच उनकी नुमाइंदगी करेंगे और उनका काम देखेंगे।
पलहेरी पेशे से लेखक और मोहाली के रहने वाले हैं। यह पत्र सामने आने के बाद कांग्रेस ने सनी देओल पर निशाना साधा है और इसे जनता के साथ 'धोखा' करार दिया है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा सांसद के इस फैसले का बचाव किया है। वहीं सोशल मीडिया पर उनके प्रतिनिधि को लेकर मजेदार कमेंट भी मिले हैं।
इस पूरे विवाद पर पलहेरी ने कहा कि नियुक्त का यह पत्र 26 जून को जारी हुआ है। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति स्थानीय मुद्दों के लिए है।
इससे यहां के लोगों को 24 घंटे मदद मिलेगी। ऐसा सोचना गलत है कि सनी देओल अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रहे हैं। वे अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा नियमित रूप से करते रहे हैं और उनका दौरा आगे भी जारी रहेगा।
सनी देओल ने भाजपा के टिकट पर गुरदासपुर सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ को 82 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। सुनील जाखड़ कांग्रेस के कद्दावर नेता बलराम जाखड़ के बेटे हैं। गुरदासपुर भाजपा की परंपरागत सीट रही है।