सीओल, उत्तर कोरिया। उत्तर कोरिया ने 18 जून को एक अज्ञात आंतों की बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है। देश की राजधानी प्योंगयांग से लगभग 75 मील दूर ह्वांगहे प्रांत में कम से कम 800 परिवार कथित तौर पर इस बीमारी से संक्रमित बताए जा रहे हैं, जिसके बाद उत्तर कोरिया की सरकार ने बीमारी के प्रकोप से जूझ रहे प्रांत में विशेष चिकित्सा दल और महामारी विज्ञान जांचकर्ताओं की टीम को रवाना किया है।
जांचकर्ताओं की टीम द्वारा सरकार को सौंपी गई प्राथमिक रिपोर्ट में इस बीमारी का कारण आंतों में स्थित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में संक्रमण बताया जा रहा है। वहीं दक्षिण कोरिया के स्वास्थ अधिकारियों ने कथित तौर पर इस संक्रमण को हैजा या टाइफाइड जैसा कुछ कहा है।
चिकित्सा दल द्वारा खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का परिक्षण किया जा रहा है। उत्तर कोरिया सरकार की 'रैपिड डायग्नोसिस एंड ट्रीटमेंट टीम' सीवेज और चैम्बरों की सफाई और दवाई छिड़काव का काम कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संक्रमण आस-पास के कृषि क्षेत्रों तक ना पहुंचे। इसके अलावा उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन ने स्थानीय फार्मेसियों को मुख्य रूप से ह्वांगहे प्रांत में संक्रमितों तक दवाएं पहुंचाने का आदेश दिया है।
उत्तर कोरिया के आपातकालीन महामारी कार्य के प्रभारी अधिकारी ने राज्य से सम्बद्ध मीडिया एजेंसी केसीएनए को बताया कि नई बीमारी संक्रामक है और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भोजन आदि को दूषित कर सकती है। उत्तर कोरियाई स्वास्थ एजेंसी ने लक्षणों वाले लोगों को तत्काल अलग-थलग करने और उनका इलाज करने के निर्देश दिए हैं।