चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में विजयी हुए डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन को अभी निर्वाचन की बधाई देने से इनकार किया है। उसका कहना है कि मतदान के बाद नतीजे तय होना अभी बाकी है। चीन उन चुनिंदा देशों में है, जिसने अभी तक अमेरिकी चुनाव परिणामों को आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया है।
अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नतीजों को अभी तक स्वीकार नहीं किया है और कई राज्यों में मतगणना को कानूनी चुनौती दी गई है। दुनिया भर के नेता जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित कमला हैरिस को बधाई दे चुके हैं। अमेरिकी शहरों में भी चारों ओर जश्न का माहौल दिखाई दे रहा है।
दरअसल, ट्रंप का व्हाइट हाउस में चार साल का शासनकाल अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के लिए चर्चा में रहा है। चीन से फैली कोविड-19 की महामारी और उसके शिनजियांग और हांगकांग जैसे प्रांतों में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर भी दोनों देशों के बीच टकराव रहा है। दोनों देशों ने एक दूसरे के नेताओं पर यात्रा संबंधी प्रतिबंध भी लगाए थे। साथ ही वाणिज्य दूतावास को बंद करने की कार्रवाई भी करनी पड़ी।
चीन के अलावा रूस, मैक्सिको और कुछ अन्य देशों ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति को बधाई नहीं दी है। चीन ने सोमवार को कहा कि उसने पाया है कि बाइडेन ने खुद को चुनाव में विजेता घोषित किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, हमारी समझ यह है कि अमेरिकी कानून और प्रक्रिया के अनुसार चुनाव का नतीजा तय किया जाएगा।
वांग ने उम्मीद जताई कि अमेरिका की नई सरकार चीन से रिश्तों को सुधारने के लिए आधा रास्ता तय करेगी। ट्रंप ने अभी तक चुनाव नतीजों को स्वीकार करने से इनकार किया है। ट्रंप ने रविवार को मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा था, हमारा पंगु मीडिया कबसे तय करने लगा कि कौन देश का अगला राष्ट्रपति होगा?