नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी जाना लगभग तय हो गया है। इस बीच, इमरान ने एक खत सार्वजनिक करने की धमकी दी थी, जिस पर इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने रोक लगा दी है। हालांकि इस चिट्ठी के कुछ अंश सामने आ गए हैं।
इमरान की इस चिट्ठी में कहा गया है कि इमरान की स्वतंत्र विदेश नीति पसंद नहीं की जा रही है। साथ ही आने वाले दिनों में पाकिस्तान के हालात ज्यादा खराब होने वाले हैं। इस खत में यह भी जिक्र किया गया है कि यदि अविश्वास प्रस्ताव कामयाब रहा तो 'उस' देश से रिश्ते ठीक होंगे।
यहां जानकार 'उस देश' का अर्थ भारत से लगा रहे हैं क्योंकि जिस समय नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, तब पाकिस्तान और भारत के रिश्ते तुलनात्मक रूप से अच्छे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि शरीफ की पार्टी की सत्ता में वापसी होती है तो एक बार फिर दोनों देश करीब आ सकते हैं।
बागी हुए 22 सांसद : विपक्ष के साथ ही इमरान की पार्टी के 22 सांसद भी बागी हो गए हैं। यह सभी नेता विपक्ष की बैठक में मौजूद थे। विपक्ष की बैठक में मौजूद नेताओं की संख्या 196 बताई जा रही है। यदि यह संख्या वोटिंग के समय भी रहती है तो इमरान की कुर्सी फिर कोई नहीं बचा सकता।