Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Israel-Palestine Crisis : इसराइल-फिलिस्तीन में संघर्ष की कहानी बहुत पुरानी, जानिए क्या है ताजा विवाद

हमें फॉलो करें Israel-Palestine Crisis : इसराइल-फिलिस्तीन में संघर्ष की कहानी बहुत पुरानी, जानिए क्या है ताजा विवाद
, शनिवार, 7 अक्टूबर 2023 (20:16 IST)
what is Israel-Palestine Crisis :  इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के बीच युद्ध की स्थिति बन हुई है और गाजा पट्टी की ओर से इसराइल की सीमा से सटे इलाकों पर हुए हमले में मरने वालों की संख्या करीब 40 बताई जा रही है। यह जंग पूर्वी यरुशलम तक फैल गई है। जंग में अभी तक करीब 300 घायल हुए हैं। आईडीएफ ने हमास के खिलाफ आतंकवाद निरोधक अभियान का ऐलान किया। इसमें बदले में हमास की सैन्य शाखा, अल-कसम ब्रिगेड ने इजरायल के खिलाफ एक अभियान की घोषणा की। इजराइजल ने हमास के खिलाफ 'ऑपरेशन 'स्वॉर्ड ऑफ आयरन शुरू करने की घोषणा की है। 
 
आज सुबह इसराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि आतंकवादियों ने इजरायल में घुसपैठ किया और गाजा से इजरायल क्षेत्र की ओर 1,000 से ज्यादा अधिक रॉकेट दागे। इजरायल और फिलिस्तीन में संघर्ष नया नहीं है। आइए जानते हैं पुराना और ताजा विवाद- 
पुराने संघर्ष की पूरी कहानी : पहले विश्व युद्ध में ओटोमन साम्राज्य की हार के बाद ब्रिटेन ने फिलिस्तीन पर नियंत्रण हासिल कर लिया था। फिलिस्तीन में यहूदी अल्पसंख्यक थे और अरब बहुसंख्यक थे। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन को फिलिस्तीन में यहूदी मातृभूमि बनाने का काम सौंपा था। इस पर दोनों समूहों के बीच तनाव बढ़ गया। 
 
फिलिस्तीन में यहूदी अप्रवासियों की संख्या में 1920 और 1940 के दशक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। कई यहूदी यूरोप में उत्पीड़न से भाग गए और मातृभूमि की तलाश में यहां पहुंचे।
 
यहूदियों और अरबों के बीच तनाव बढ़ने लगा और साथ ही ब्रिटिश शासन का प्रतिरोध तेज हो गया। 1947 में संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीन को दो अलग-अलग यहूदी और अरब राष्ट्रों में बांटने के लिए वोटिंग की। इसमें येरूशलम को अंतरराष्ट्रीय प्रशासन के अधीन रखा गया। यहूदी नेतृत्व ने योजना को स्वीकार कर लिया, लेकिन अरब पक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया और इसे कभी लागू नहीं किया।
 
पीछे हट गए ब्रिटिश अधिकारी : संघर्ष को समाप्त करने में नाकाम रहे ब्रिटिश अधिकारी 1948 में पीछे हट गए और यहूदी नेताओं ने इसराइल की स्थापना की घोषणा कर दी। कई फिलिस्तीनियों ने इसका विरोध किया और युद्ध छिड़ गया। पड़ोसी अरब देशों ने इस मामले में सैन्य बल के साथ हस्तक्षेप किया। सैकड़ों-हजारों फिलिस्तीनी भाग गए या उन्हें अपने घरों से निकाल दिया गया, जिसे वे अल नकबा या 'द कैटास्ट्रोफ' कहते हैं। 
 
क्या है ताजा विवाद : शनिवार सुबह 6.30 बजे हमास ने इसराइल  की राजधानी तेल अवीव समेत स्देरोट, अश्कलोन जैसे कई शहरों में रॉकेट दागे। ये रॉकेट इजरायल की रिहायशी इमारतों पर भी गिरे। हमास ने इसराइल  पर 5 हजार रॉकेट्स से हमला करने का दावा किया है।

हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद अल-दीफ ने हमले का कारण बताया कि इसराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया है। इसराइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इसराइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है।  Edited by:  Sudhir Sharma

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

वर्डकैंप भोपाल 2023 की शुरुआत: नेचर वॉक और उत्पादक योगदानकर्ता दिवस