विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ के एक आला अधिकारी पर अपने ही स्टाफ के साथ अपमानजनक, नस्लवादी और गैर-पेशेवर व्यवहार करने का आरोप लगा है।
इस आरोप के बाद ये अधिकारी पूरी दुनिया में चर्चा में आ गए हैं। पूरे सोशल मीडिया से लेकर न्यूज वेबसाइट्स में इन्हीं की चर्चा हो रही हैं। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं ये अधिकारी और क्या है पूरा मामला।
WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि उस कथित रिपोर्ट को लेकर जांच जारी है, जिसमें कहा गया है कि पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में तैनात डब्ल्यूएचओ का एक शीर्ष अधिकारी नस्लवादी, अनैतिक और अभद्र आचरण कर रहा है।
द एसोसिएटेड प्रेस की पिछले हफ्ते की रिपोर्ट के बाद संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी की ओर से यह बयान सामने आया है। डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड की सप्ताहांत तक चली बैठक के बाद टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस ने कहा कि एजेंसी को सबसे पहले वर्ष 2021 के अंत में डॉ. ताकेशी कसाई के कथित दुर्व्यवहार को लेकर कर्मचारियों की शिकायत से अवगत कराया गया था।
टेड्रोस ने कहा, हम इन आरोपों को गंभीरता से लेते हैं और हमने तत्काल कार्रवाई की है। टेड्रोस ने कहा कि स्टाफ सदस्य के सहयोग से उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने कसाई का जिक्र नहीं किया।
पिछले हफ्ते द एसोसिएटेड प्रेस ने एक जांच रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें डब्ल्यूएचओ के कर्मचारियों ने कसाई के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा था कि डॉ कसाई के अपमानजनक, नस्लवादी और गैर-पेशेवर व्यवहार के कारण कोविड महामारी के खिलाफ एजेंसी की प्रतिक्रिया प्रभावित हुई। हालांकि, कसाई ने आरोपों का खंडन किया है।
डब्ल्यूएचओ के एक अज्ञात कर्मचारी की ओर से अक्टूबर में की गई एक आंतरिक शिकायत और पिछले सप्ताह उसके द्वारा फिर से कार्यकारी बोर्ड और वरिष्ठ लोगों को भेजे गए एक ईमेल में कहा गया है कि पूरा माहौल ही जहरीला हो गया है। शिकायत में कहा गया कि मनीला स्थित डब्ल्यूएचओ (Allegations on Dr Takeshi Kasai) के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के कार्यालय में सुनियोजित रूप से धमकाने और सार्वजनिक रूप से खिल्ली उड़ाने की संस्कृति है।
डॉ. कसाई पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के निदेशक हैं। द एसोसिएटेड प्रेस को बैठकों के रिकॉर्डेड ऑडियो मिले हैं, जिसमें कसाई को राष्ट्रीयता के आधार पर अपने कर्मचारियों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करते हुए सुना गया है।
कसाई के लिए काम करने वाले डब्ल्यूएचओ के 11 पूर्व या वर्तमान कर्मचारियों ने एपी को बताया कि वह अक्सर नस्लवादी भाषा का इस्तेमाल करते हैं।
इस मामले में अमेरिका ने कहा कि कथित नस्लवादी और अपमानजनक व्यवहार डब्लूएचओ के मूल मूल्यों और उसके जीवनरक्षक कार्य को कमजोर करता है. टेड्रोस ने कहा कि अभी जांच चल रही है, इसलिए वह इसके बारे में अधिक जानकारी साझा नहीं कर सकते. सबसे पहले दुर्व्यवहार की शिकायत करने वाले डब्ल्यूएचओ के कर्मचारी ने कहा कि उन्हें किसी भी जांच के बारे में सूचित नहीं किया गया है।
जिनेवा में फ्रांस के राजनयिक मिशन ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर रिपोर्ट सही साबित होती है, तो कसाई का अनुबंध समाप्त किया जा सकता है।