वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के 11वें सीज़न के फाइनल में सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाफ 57 गेंदों में 117 रनों की नाबाद शतकीय पारी खेलकर चेन्नई सुपरकिंग्स को तीसरी बार खिताब दिलाने वाले शेन वॉटसन ने अपनी इस पारी को स्पेशल बताया। मैच के बाद हर किसी ने वॉटसन की पारी की जमकर तारीफ की।
शतक लगाने वाले वॉटसन जब 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड लेने आए तो उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने पिछले सीजन की अपनी फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को याद करते हुए कहा कि आरसीबी से बाहर होने के बाद इस सीज़न में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए ऐसा प्रदर्शन करना सुकूनभरा है।
आईपीएल 2018 में शेन वॉटसन को विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने रिटेन नहीं किया था और फिर ऑक्शन में धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन्हें 4 करोड़ रुपए में खरीदा था। फाइनल मैच में वॉटसन ने कमाल की बल्लेबाजी करके बता दिया कि आरसीबी का उन्हें बाहर करने का फैसला गलत था।
वॉटसन का ऐसा कहना विराट कोहली की टीम के लिए एक संदेश है कि जिस खिलाड़ी पर उन्होंने विश्वास नहीं जताया, उसी खिलाड़ी ने फाइनल मैच में 57 गेंदों पर 117 रनों की नाबाद पारी खेलकर चेन्नई सुपरकिंग्स को चैंपियन बनवाया और कई रिकॉर्ड अपने और अपनी टीम के नाम किए।
वॉटसन के लिए यह सीजन शानदार रहा, उन्होंने 15 मैचों में 154.59 की स्ट्राइक रेट से 555 रन बनाए। इस सीजन में उन्होंने 2 शतक और 2 अर्द्धशतक लगाए। वॉटसन आईपीएल फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ भी बने। वे एक आईपीएल सीज़न में दो शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज़ भी बने हैं।